अयोध्या में कारसेवा से पहले कल्याण सिंह बांदा में हुए थे गिरफ्तार 

अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान जब 1990 में कार सेवा के लिए पूरे देश के राम भक्त अयोध्या के लिए कूच कर रहे थे।तब भाजपा के नेताओं व कारसेवकों की गिरफ्तारी की जा रही थी...

अयोध्या में कारसेवा से पहले कल्याण सिंह बांदा में हुए थे गिरफ्तार 
अयोध्या में कारसेवा से पहले कल्याण सिंह बांदा में हुए थे गिरफ्तार 

उस समय बांदा में भी दक्षिण भारत के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ कल्याण सिंह सहित कई भाजपा के दिग्गज नेता गिरफ्तार कर बांदा के जेल में रखे गए थे।

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अयोध्या में विवादित ढांचा गिरा कर राम मंदिर निर्माण का संकल्प लेकर 1990 में हजारों कार्यकर्ता अयोध्या के लिए रवाना हो रहे थे। उस समय राम भक्तों में गजब का उत्साह था। उन्हें न पुलिस की लाठी खाने का भय था और न मौत से भयभीत थे। बांदा में हजारों राम भक्तों को गिरफ्तार करके लाया गया था और जेल में जगह कम पड़ जाने पर स्कूल कॉलेजों को अस्थाई जेल जेल के रूप में परिवर्तित कर दिया गया था। उसी दौरान भाजपा के दिग्गज नेता कल्याण सिंह और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ,उमा भारती को चित्रकूट जनपद के मुरका से गिरफ्तार करके बांदा जेल में रखा गया था। कल्याण सिंह की गिरफ्तारी के बाद बांदा के कार्यकर्ताओं में भी उत्साह नजर आ रहा था और वह भी गिरफ्तारी देने को आतुर थे।

मानिकपुर बना था गिरफ्तारी का केंद्र

दक्षिण भारत से आने वाले  कारसेवक को मानिकपुर में गिरफ्तार किया जा रहा था और गिरफ्तारी के बाद सभी को बांदा जेल लाया जा रहा था। इनकी संख्या हजारों में थी। ज्यादातर  कारसेवक इलाहाबाद होकर अयोध्या जाना चाहते थे। जिन्हें मानिकपुर में ही रोका जा रहा था। कारसेवकों की संख्या हजारों में हो जाने के बाद उन्हें बांदा में खुला छोड़ दिया गया था और जनपद की सीमाएं चारों तरफ से सील कर दी गई थी ताकि कोई भी कारसेवक भागने न पाएं।

राम भक्त बने प्रकाश नारायण त्रिपाठी

उस समय कांग्रेस के नेता रहे प्रकाश नारायण त्रिपाठी ने अपने समर्थकों के साथ मानिकपुर में गिरफ्तार होने वाले कारसेवकों की जमकर सेवा की। उन्होंने न सिर्फ उन्हें भोजन कराया बल्कि उन्हें अपने वाहनों से बांदा तक पहुंचाया। यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा। बकायदा उन्होंने राम सेवकों के लिए भोजनालय बना रखा था, जिसमें प्रतिदिन हजारों व्यक्तियों के लिए भोजन तैयार किया जाता था और सभी कार सेवकों को भोजन कराया जाता था। कारसेवकों की सेवा के कारण ही प्रकाश नारायण त्रिपाठी का राम भक्त के रुप में उदय हुआ।

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बसंत लाल सर्राफ के यहां ठहरी थी सुमित्रा महाजन हिंदू संगठनों में महत्वपूर्ण भूमिका रखने वाले भाजपा नेता बसंत लाल सर्राफ के यहां पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शायरी करी थी ठहरी थी बताया जाता है कि गिरफ्तारी के बाद उमा भारती और सुमित्रा महाजन को पीडब्ल्यूडी डाक बंगले में ठहराया गया था, लेकिन सुमित्रा महाजन  ने गिरफ्तारी के दौरान अपना 2 दिन का समय बसंत लाल सर्राफ के यहां बिताया था। बाद में उमा भारती बांदा से मुंडन करा कर पूर्व विधायक राजकुमार शिवहरे के साथ अयोध्या पहुंच गई थी, जहां उन्होंने कारसेवा में भाग लिया था।

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उस समय श्री राम जन्म भूमि आंदोलन में बराबर  हिस्सा ले रहे भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता बताते हैं कि कल्याण सिंह को बांदा जेल में 2 दिन रखा गया था। इसके बाद उन्हें दूसरी जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था।इसी तरह पार्टी के अन्य नेताओं को दूसरी जेलों में स्थानांतरित किया गया लेकिन कारसेवकों में उस समय भी राम मंदिर को लेकर उत्साह देखने लायक था।

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