11 सौ कन्याओं का विधिविधान से किया पूजन वंदन

चैत्र नवरात्रि के अवसर पर तिरंगा अगरबत्ती परिवार के तत्वावधान में तुलसी पीठ आमोद वन जानकीकुंड में...

11 सौ कन्याओं का विधिविधान से किया पूजन वंदन

चित्रकूट(संवाददाता)। चैत्र नवरात्रि के अवसर पर तिरंगा अगरबत्ती परिवार के तत्वावधान में तुलसी पीठ आमोद वन जानकीकुंड में कन्या वंदन महोत्सव का आयोजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर तुलसी पीठाधीश्वर पद्मविभूषण जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास महाराज और तिरंगा अगरबत्ती के निदेशक पंडित नरेंद्र शर्मा ने 11 सौ कन्याओं का विधिविधान से पूजन वंदन किया। सभी कन्याओं को उपहार भी दिए गए। 

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कन्या शक्ति वंदन कार्यक्रम के आयोजक तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरू स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के उत्तराधिकारी आचार्य रामचन्द्र दास महाराज ने बताया कि सनातन में कन्याओं को हमेशा से देवियों के रूप में पूजा गया है, किन्तु वर्तमान समय में पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव के चलते नई पीढी के कुछ लोग भटकाव की स्थिति में आ जाते हैं। ऐसे में कन्या शक्ति वंदन जैसे कार्यक्रमों के जरिए समाज में कन्याओं के महत्व और सम्मान का संदेश जाता है। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष तुलसीपीठ में 2100 कन्या वंदन का संकल्प लिया गया है। कार्यक्रम में आई कन्याओं का पूजन करने के बाद उन्हें उपहार और दक्षिणा भी प्रदान की गयी। जिसमें एक झोले में फल, रंग, फेबीकोल, पाउडर, क्रीम, चुनरी, लंच बाक्स, पानी की बोतल, अगरबत्ती, लूडो, चॉकलेट, बिस्कुट, इत्र व कॉपी समेत 16 सामग्रियां रखकर कन्याओं को भेट की गयी। बताया गया कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान को मजबूत करने के लिए ऐसे आयोजन निरंतर होते रहेंगे।

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धर्मनगरी चित्रकूट में पहली बार तुलसीपीठ में हुआ यह भव्य कन्या शक्ति वंदन कार्यक्रम चर्चा का विषय बन गया। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी जगद्गुरू स्वामी रामभद्राचार्य ने अपने उत्तराधिकारी आचार्य रामचन्द्र दास को दी थी। जिसके बाद यह अनूठा कार्यक्रम पूरे देश को एक संदेश देने में सफल रहा। जहां कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों के कन्याओं को आमंत्रित किया गया था। वहीं कार्यक्रम समापन के बाद आचार्य रामचन्द्र दास सभी कन्याओं को सकुशल घर तक पहुंचाने के लिए निरंतर टीम को निर्देशित करते रहे। सफल आयोजन के चलते इस बार धर्मनगरी में नवरात्रि का समापन यादगार बन गया।

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कन्या बंदन उत्सव का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से स्वामी रामभद्राचार्य जी के निर्देशन में किया गया है। पंडित नरेंद्र शर्मा ने कहा कि जन्मदिन पर केक काटने की आधुनिक परंपरा समाज के लिए घातक है। इसे बंद होना चाहिए। भारतीय संस्कारों में जोड़ने का काम किया जाता है, काटने का नहीं। ऐसे आयोजन करके भारतीय संस्कारों से जुड़ें और प्रभु की ओर मुड़ें। ताकि भारतीय संस्कृति को पूरे विश्व में अच्छी पहचान मिल सके। कार्यक्रम संयोजक निदेशक नरेन्द्र शर्मा ने सफल आयोजन के लिए युवराज आचार्य रामचन्द्र दास समेत पूरी टीम का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर कुकरेजा परिवार, जानकी नन्दन पाण्डेय, सुनील मुगदल, बृजेश शुक्ला, विवेक उपाध्याय, मदनमोहन दास, मनोज पाण्डेय, हिमांशु त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

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