पूर्वोत्तर रेलवे के 77 प्रतिशत रेल मार्गों का हुआ विद्युतीकरण, देखिये यहाँ

पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने 77 प्रतिशत रेल मार्गों (रूटों) के विद्युतीकरण का कार्य अब तक पूरा कर लिया है। मुख्य रेल मार्गों के अलावा साइड..

पूर्वोत्तर रेलवे के 77 प्रतिशत रेल मार्गों का हुआ विद्युतीकरण, देखिये यहाँ
फाइल फोटो

  • पूर्वोत्तर रेलवे के 90 प्रतिशत मार्गों पर दिसम्बर तक इलेक्ट्रिक इंजन से चलेंगी ट्रेनें

पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने 77 प्रतिशत रेल मार्गों (रूटों) के विद्युतीकरण का कार्य अब तक पूरा कर लिया है। मुख्य रेल मार्गों के अलावा साइड और लूप लाइनों पर भी विद्युतीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने करीब 3141.53 किलोमीटर के रूट में से अब तक कुल 2415.1 किलोमीटर रूट के विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया है। अब पूर्वोत्तर रेलवे के करीब 77 प्रतिशत रेल मार्गों का विद्युतीकरण हो चुका है।

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पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन इस साल के अंत तक करीब 90 प्रतिशत मार्गों पर विद्युत इंजन से ट्रेनें चलाने की तैयारी में है। मुख्य रेलमार्गों के अलावा साइड और लूप लाइनों पर भी विद्युतीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा रूट पर भी मार्च तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2023 तक सभी रेलमार्गों के विद्युतीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है।

इलेक्ट्रिक इंजनों से चलने वाली एलएचबी कोचों वाली ट्रेनों से पावरकार की उपयोगिता समाप्त हो गई है। ट्रेनों में विकल्प के रूप में सिर्फ एक पावरकार लगाया जा रहा है। एक पावरकार की जगह अतिरिक्त एलएसआरडी कोच लगाए जा रहे हैं। इससे यात्रियों को अतिरिक्त सीटें मिल रही हैं। इसके अलावा चार टन पार्सल की ढुलाई भी हो जा रही है। हेड ऑन जनरेशन (एचओजी) सिस्टम से ही बोगियों को विद्युत की आपूर्ति की जा रही है।

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  • रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2023 तक सभी रेलमार्गों के विद्युतीकरण का लक्ष्य किया है निर्धारित

एचओजी सिस्टम से वित्तीय वर्ष 2020-21 में 21 करोड़ की बचत हुई है। 34 ट्रेनों में एचओजी सिस्टम कार्य कर रहा है। आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक इंजन से चलने वाली सभी ट्रेनों में यह सिस्टम लगाया जाएगा। इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों के चलने से डीजल की बचत होगी और प्रदूषण पर अंकुश भी लगेगा।

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार का कहना है कि 77 प्रतिशत रेल मार्गो का विद्युतीकरण पूरा हो गया है। वर्ष 2020-21 और 2021-22 में अब तक 15 रेलमार्गों का विद्युतीकरण हुआ है। इन रूटों पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलने लगी हैं। रेल संरक्षा आयुक्त की निरीक्षण रिपोर्ट के बाद गोंडा-बहराइच रेलमार्ग पर भी इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलने लगेंगी।

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हि.स

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