बांदा : डिप्टी जेलर व वार्डन के निलंबन के बाद, डीआईजी जेल ने भी मुख्तार अंसारी की बैरिक को खंगाला

माफिया मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में आवभगत में डिप्टी जेलर और चार सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के..

बांदा : डिप्टी जेलर व वार्डन के निलंबन के बाद, डीआईजी जेल ने भी मुख्तार अंसारी की बैरिक को खंगाला

माफिया मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में आवभगत में डिप्टी जेलर और चार सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद, डीआईजी जेल ने गोपनीय ढंग से जेल की तलाशी ली। खासतौर से मुख्तार अंसारी के बैरिक की तीन बार तलाशी की गई और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए। डीआईजी जेल सोमवार की रात डीएम द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के बाद मंगलवार को जेल आ गए थे। पहले रात में जेल के सभी बैरिकों की तलाशी ली गई और बुधवार को दिन में दो बार जेल की तलाशी ली गई। साथ ही उन्होने इस संबंध में आरोपी सुरक्षाकर्मियों और जेल के अधिकारियों से भी बातचीत की है।

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बताते चलें कि सोमवार की रात लगभग 10 बजे जिला अधिकारी अनुराग पटेल और पुलिस अधीक्षक अभिनंदन जेल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान मुख्तार अंसारी के बैरिक की तलाशी के लिए चाबी मांगने पर 10-15 मिनट का समय लग गया था। इसी तरह गेट की इंट्री में भी उन्हें देर से अंदर जाने को मिला था। साथ ही मुख्तार अंसारी के बैरिक में आम पाए जाने पर डीएम द्वारा शासन को भेजी गई रिपोर्ट में मुख्तार अंसारी की आवभगत का आरोप डिप्टी जेलर पर लगाया था। इसके बाद महानिरीक्षक कारागार द्वारा डिप्टी जेलर और 4 वार्डन निलंबित कर दिए गए थे।

डीएम की भेजी गई रिपोर्ट को महा निरीक्षक कारागार ने गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी को भेजा गया। डीआईजी जेल मंगलवार को गोपनीय ढंग से बांदा पहुंचे और रात में ही उन्होंने जेल की सघन तलाशी ली। खानपान व्यवस्था की भी जांच की तथा सुरक्षाकर्मियों से इस मसले में बातचीत की। बुधवार को सवेरे दूसरी बार डीआईजी जेल ने कारागार में पहुंचकर सभी बैरिको की सघन तलाशी ली और संबंधित अधिकारियों से बातचीत की। साथ ही मुख्तार अंसारी के बैरिक में लगे सीसीटीवी के कैमरे के फुटेज भी खंगाले।

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इसके बाद उन्होंने जिला अधिकारी से मुलाकात की। समझा जा रहा है कि उन्होंने जेल में की गई जांच के बारे में उनसे बातचीत की है। डीएम से मिलने के बाद डीआईजी जेल तीसरी बार फिर जेल पहुंचे और एक बार फिर मुख्तार अंसारी की बैरिक की गतिविधियों की जांच की।  बाद में ने मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि जिला अधिकारी की भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर डिप्टी जेलर वीरेश्वर सिंह और निरीक्षण के दौरान चार सुरक्षाकर्मी  बॉडी वार्न कैमरे लगाए हुए नहीं पाए गए।

जिससे उनके खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की गई है। जो रिपोर्ट डीएम द्वारा भेजी गई है उसके आधार पर मैंने हर एक बिंदु की जांच की है। उन्होंने आवभगत के मामले में पूछे जाने पर बताया कि जो मुख्तार अंसारी के बैरिक में आम पाए गए हैं, वह उसी बैरिक में लगे पेड़ के आम है। अधिकारियों को देर तक गेट के बाहर खड़ा रखने और मुख्तार अंसारी की बैरक देर से खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार जेल बंद हो जाने पर चाबी फीचर्स से मंगवाने में समय लगता है। वहां से चाबी मंगवाने व डिप्टी जेलर को आने में समय लगना पाया गया है। इस बारे में जिला अधिकारी को अवगत करा दिया गया है।

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