कृषि विष्वविद्यालय बांदा में तीन दिवसीय वृहद किसान मेला नवम्बर में

कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बाँदा द्वारा 3 दिवसीय किसान मेला का आयोजन 3 से 5 नवम्बर, 2022 को किया जायेगा..

कृषि विष्वविद्यालय बांदा में तीन दिवसीय वृहद किसान मेला नवम्बर में

बांदा, 

कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बाँदा द्वारा 3 दिवसीय किसान मेला का आयोजन 3 से 5 नवम्बर, 2022 को किया जायेगा। बुन्देलखण्ड के कृषकों को कृषि से सम्बन्धित तकनीकी जानकारी देने के लिए इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। किसान मेले में कृषि प्रदर्शनी के माध्यम से कृषकों को जागरूक करने व समसामयिक कृषि निवेश (बीज आदि) उपलब्ध कराने के मूल उद्देश्यों को ध्यान में रखकर आयोजन किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें - उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या कृषि विश्वविद्यालय पहुंचे, कृषि वैज्ञानिकों को सराहा

इस वृहद किसान मेले का आयोजन कृषि विश्वविद्यालय, बाँदा के प्रसार निदेशालय द्वारा किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय किसान मेला के लिए प्रसार निदेशालय तैयारियां प्रारम्भ कर दी गयी हैं। उक्त जानकारी देते हुये विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डा. बी. के. गुप्ता ने बताया कि यह मेला बुन्देलखण्ड के सभी जिलों के कृषकों, कृषि उद्यमियों व कृषि निवेश विक्रेताओं का एक विशाल संगम होगा। इसके माध्यम से कृषकों को तकनीकी जानकारी के साथ-साथ केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं एवं आगामी नीतियों को जनमानस के मध्य प्रसारित किया जा सकेगा। विश्वविद्यालय परिसर में एक किसान मेला मैदान तैयार किया जा रहा है जिसमें प्रतिवर्ष मेला का आयोजन होगा।

विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार, डा. एन. के. बाजपेयी ने बताया कि तीन दिवसीय मेला के दौरान समसमायिक जानकारी के लिए विभिन्न तकनीकी सत्रों का भी आयोजन किया गया है। इस तकनीकी सत्र में राष्ट्रीय स्तर के कृषि विशेषज्ञों द्वारा उत्पादकता बढ़ाने के आधुनिक तरीके बताये जायेगें। मेला में देश एवं राज्य के कृषि निवेशकर्ताओं, उत्पादकों व विक्रेताओं, शोध संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों, शासकीय विभागों व कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा वृहद कृषि प्रदर्शनी लगाकर कृषकों को प्रत्यक्ष जानकारी भी प्रदान की जायेगी। मेले का मुख्य आकर्षण एवं प्रगतिशील कृषकों को प्रोत्साहित करने के लिये फसलों, सब्जियों, फलों, फूलों, मसालों व पशुओं की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जायेगा।

यह भी पढ़ें - मेजर ध्यानचंद ने अपने पराक्रम से हाकी को एक अलग पहचान दिलाई : कुलपति

यह भी पढ़ें - बुंदेलखंड के किसानों के लिए अब केले की खेती हुई आसान

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
1
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1