गांवों के लिए वरदान साबित हो रहे अमृत सरोवर तालाब

केंद्र एवं प्रदेश सरकार की ओर से तैयार किए जा रहे अमृत सरोवर योजना पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन और वाटर रिचार्जिंग..

गांवों के लिए वरदान साबित हो रहे अमृत सरोवर तालाब

जालौन, 

केंद्र एवं प्रदेश सरकार की ओर से तैयार किए जा रहे अमृत सरोवर योजना पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन और वाटर रिचार्जिंग के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। वहीं गांव की सुविधाओं का विकास भी होगा। गांवों में उपेक्षित पड़े जलाशयों की दशा अमृत सरोवर योजना में चयनित होने के बाद से सुधर रही है।

योजना के तहत चयनित जलाशयों को सुदृढ़ करने के लिए इसमें चारों तरफ से सीढ़ियां, पथवे, तारबंदी, झंडा रोहण के लिए चबूतरा, स्ट्रीट लाइट, ओपन जिम तथा पार्क आदि का निर्माण किया जा रहा है। जनपद में 294 अमृत सरोवर चयनित किए गए हैं और 134 तालाबों का काम पूरा हो चुका है।

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उल्लेखनीय है कि, भीषण गर्मी में ग्रामीणों को पेयजल की मांग अधिक होती है। तो यह अमृत सरोवर वरदान साबित हो रहा है। वहीं, जानवर और पशु पक्षी भी तालाब से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। ग्राम पंचायत राहिया स्थित अमृत सरोवर में भरे पानी से लोगों के साथ-साथ पशु पक्षियों को लाभ मिल रहा है।

विगत दिनों उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राहिया गांव में जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया और इस अमृत सरोवरों की तारीफ भी की थी। अमृत सरोवर के तहत सुंदरीकरण हो जाने के बाद दोपहर बाद पशु पक्षियों के झुंड के साथ, गांव के युवा भी नहाने के लिए जुटना शुरू हो जाते हैं। सरोवर में छह से सात फीट साफ पानी उपलब्ध रहता है।

ग्रामीणों का कहना है कि पहले यह तालाब काफी उपेक्षित था, लेकिन सरकार के द्वारा अमृत सरोवर महेश का चयन हुआ और फिर यहां पर सौंदर्यीकरण का काम कराया गया, जिसके बाद से गांव का वातावरण बदला। तालाब के आसपास 300 सौ से अधिक पेड़ लगे हैं। लोग यहां सुबह-शाम टहलने के लिए आते हैं। इसके साथ ही गर्मी के समय में पानी की मांग भी यहीं से पूरी हो जाती है। वहीं युवाओं ने सरकार के इस पहल की तारीफ की और कहा कि सरकार ने काफी अच्छा काम किया है। इससे वातावरण भी शुद्ध होता है और खेती किसानी में जब पानी की आवश्यकता होती है तो यहीं से उसकी जरूरत भी पूरी हो जाती है।



डीसी मनरेगा अवधेश कुमार दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि अमृत सरोवर के बारे में भारत सरकार का निर्देश था कि हर संसदीय क्षेत्र में 75 अमृत सरोवर बनाए जाएंगे, लेकिन हमारी राज्य सरकार द्वारा यह निर्देश दिए गए कि प्रति जीपी दो अमृत सरोवर बनाए जाएं। अब इसके हिसाब से हम लोगों ने प्रयास कर रहे हैं। बताया कि 294 अमृत सरोवर चिन्हित कर लिए गए हैं, जो पॉलीकॉन एप्प हैं। जिसमें 133 अमृत सरोवर पूर्ण हो गए हैं और 161 हमारे अधूरे हैं। अभी अवार्ड की ऐसी कोई बात नहीं है लेकिन जनपद में कई तालाब ऐसे हैं जो बहुत अच्छे हैं, उनको सराहा गया है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य यहां आए थे, उन्होंने भी देखा था यहां कई तालाबों को इस मामले में चिन्हित किया गया है कि वह बड़े अच्छे तालाब हैं और हम लोगों का आगे भी प्रयास है कि हम अच्छे से अच्छे अमृत सरोवर बनाएंगे।

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