बांदाः एक ही पौधे पर टमाटर और बैगन को देख सदर विधायक चौंकें, बताया अनोखा पौधा

 कृषि विश्वविद्यालय बांदा में तीन दिवसीय किसान मेले का शुभारंभ हुआ। इस मेले में सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने एक ही पौधे पर टमाटर और बैगन...

बांदाः एक ही पौधे पर टमाटर और बैगन को देख सदर विधायक चौंकें, बताया अनोखा पौधा


 कृषि विश्वविद्यालय बांदा में तीन दिवसीय किसान मेले का शुभारंभ हुआ। इस मेले में सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने एक ही पौधे पर टमाटर और बैगन देखकर आश्चर्य व्यक्त किया और इसके लिए किसान की सराहना की। मेले में 126 विभिन्न कंपनियों के स्टॉल आकर्षण का केंद्र रहे।

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कार्यक्रम के दौरान विधायक, बाँदा सदर, प्रकाश द्विवेदी ने सभी स्टालों का भ्रमण किया और बहुत से तकनीकियों तथा उत्पाद पर वैज्ञानिकों एवं छात्रों से संवाद भी स्थापित किया। विधायक ने कहा कि यह मेला सिर्फ कृषकों के लिये ही नहीं, बल्कि आम जनमानस के लिये शुभ संकल्प लिया हुआ आयोजन है। उन्होने कृषि विज्ञान केन्द्र, हमीरपुर द्वारा उत्पादित एक ही पौधे में बैंगन व टमाटर की फसल की तकनीकी को बहुत ही सराहा तथा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों से इसे और अधिक प्रसारित करने के लिये अनुरोध किया। साथ ही कहा कि हमारे लिये यह एक अनोखी बात है, जिसमें हम एक ही पौधे में टमाटर और बैंगन की फसल को देख सकते हैं। 

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इसके पहले तीन दिवसीय 27 से 29 अक्टूबर तक चलने वाले किसान मेले का उद्घाटन शुक्रवार को प्रदेश के जलशक्ति राज्यमंत्री, रामकेश निषाद द्वारा फीता काटकर किया गया। इस दौरान राज्यमंत्री ने सभी स्टालों का भ्रमण किया तथा उपस्थित कृषकों तथा छात्र-छात्राओं को सम्बोधित भी किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड के किसान की समृद्धि आवश्यक है, जिसके लिये हमें पहले खेती, किसानी को समृद्ध करना होगा।कहा कि खेती में वैज्ञानिक तरीकों को अपनाकर न सिर्फ लाभ कमा सकते हैं बल्कि हम आय अर्जन के साथ-साथ भविष्य के लिये भी टिकाऊ भी बना सकते हैं। कृषकों को इस बड़े किसान मेले का अवश्य लाभ उठाना चाहिये। इस मेले में कृषि एवं कृषि से सम्बन्धित विभिन्न आधुनिक तकनीकियों को कम्पनियों व भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार के विभिन्न संस्थाओं तथा आदान वितरकों द्वारा प्रदर्शित किया गया है।

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कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि मेले के आयोजन के लिये विश्वविद्यालय परिवार कई दिनों से कठिन परिश्रम कर आज इसे सफल बनाया है। हमें विश्वास है कि बुन्देलखण्ड के किसान इसका निश्चित तौर पर लाभ उठायेंगे। मेले के प्रथम तकनीकी सत्र में उन्नत कृषि व पशुपालन विषय पर विभिन्न वैज्ञानिकों ने अपने विचार व्यक्त किये। दूसरे तकनीकी सत्र में प्राकृतिक खेती पर विस्तार से चर्चा हुई, जिसमें प्रमुख रूप से सी.आई.आर.जी. मथुरा के डॉ. अनुपम दीक्षित, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता, डॉ. जी.एस. पंवार, डॉ. नरेन्द्र सिंह, डॉ. ए.के. श्रीवास्तव, डॉ. आर.के. सिंह, डॉ. प्रिया अवस्थी, डॉ. आनन्द सिंह, डॉ. जगन्नाथ पाठक आदि ने वक्तव्य दिये।मेले के प्रथम दिवस में कुल 126 स्टॉल विभिन्न कम्पनियों एवं संस्थानों के लगाये गये। 28 अक्टूबर, 2023 को किसान मेला प्रातः 10 बजे से आरम्भ होगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग, सूर्यप्रताप शाही होंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. बी.के. गुप्ता व डॉ. विज्ञा मिश्रा ने किया। 

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