चित्रकूट : रैपुरा रेंज के मदना अड़बंगा जंगल में कीमती सागौन के पेड़ो की तस्करी

चित्रकूट के अंतर्गत आने वाले वन विभाग रैपुरा रेंज के मदना अड़बंगा जंगल के हरे भरे वृक्षों को वन माफियाओं द्वारा काटकर..

चित्रकूट : रैपुरा रेंज के मदना अड़बंगा जंगल में कीमती सागौन के पेड़ो की तस्करी

चित्रकूट के अंतर्गत आने वाले वन विभाग रैपुरा रेंज के मदना अड़बंगा जंगल के हरे भरे वृक्षों को वन माफियाओं द्वारा काटकर रात के अंधेरे में तस्करी की जा रही है। जंगल में लाखों की तादाद में सागौन के पेड़ लगाए गए हैं। जो अब वन माफियाओं की नजर में कैद हो गए हैं। जिनकी इस समय धड़ल्ले से कटान कर उनकी तस्करी की जा रही है।

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जंगल विभाग के कुछ कर्मियों ने दबी जुबान से बताया कि वन दरोगा फूलचंद्र  द्वारा इस जंगल में अपने चहेतो व रिस्तेदारो तथा लकड़ी माफियाओं से मिलकर सागवान के पेड़ों की अवैध तरीके से तस्करी कराई जा रही है। क्योंकि फूलचंद की रिश्तेदारी उसी क्षेत्र में है जिससे उसी के द्वारा नियुक्त किए गए वाचर  की मिलीभगत से तस्करी करने में आसानी हो जाती है। रातो रात गायब हुए पेड़ों का किसी को कानों का भनक तक नहीं लगती है।

जंगल में बुंदेलखंड न्यूज़ की रियलिटी चेक के दौरान देखा गया तो सैकड़ों की तादाद में सागौन के पेड़ कटे हुए मिले। जिसके हिसाब से अंदाजा लगाया जाता है कि सागौन के पेड़ों की तस्करी जोरों पर चल रही है। जिसमें वन विभाग की भूमिका बेहद संदिग्ध है।

यदि समय रहते इन हरे भरे पेड़ो कि रखरखाव व सुरक्षा की जिम्मेवारी सही ढ़ंग से नहीं निभाई गई तो वह दिन दूर नहीं जब हरा भारा जंगल उजड़ जायेगा।

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