कोरोना अलर्ट-एंबुलेंस का सायरन सुनकर दौड़ते-भागते दिखे स्वास्थ्य कर्मी

जनपद में कोविड संक्रमण की तैयारी परखने के लिए मंगलवार को मॉक ड्रिल हुई। इसमें मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल...

कोरोना अलर्ट-एंबुलेंस का सायरन सुनकर दौड़ते-भागते दिखे स्वास्थ्य कर्मी

जनपद में कोविड संक्रमण की तैयारी परखने के लिए मंगलवार को मॉक ड्रिल हुई। इसमें मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल सहित छह कोविड अस्पतालों ने हिस्सा लिया। नए वैरियंट के संक्रमण के बढ़ने की आशंका के मद्देनजर मॉक ड्रिल हुई। इसमें मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल समेत बबेरू, नरैनी, बहेरी और जसपुरा अस्पतालों ने हिस्सा लिया। इस दौरान अन्य विभागों से स्वास्थ्य टीम का और स्वास्थ्य टीम के आपस का समन्वय देखा गया।

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अपर निदेशक डॉ. वीपी द्विवेदी ने जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं को परखा। गंदा स्ट्रेचर देखकर नाराजगी जताई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि मेडिकल कालेज में 416 बेड का एल-3, जिला अस्पताल में 300 बेड का एल-2 और बबेरू, नरैनी व बहेरी में 30-30 तथा जसपुरा में 20 बेड का एल-1 पूरी तरह से तैयार है। जनपद में आक्सीजन और बेड की कोई कमी नहीं है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा की पूरी उपलब्धता है। सबसे अच्छा प्रदर्शन जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज का रहा है। हालांकि मॉक ड्रिल के दौरान कुछ सूक्ष्म कमियां नजर आईं।

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इन कमियों को जल्द दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। महामारी विशेषज्ञ डॉ. प्रसून खरे ने बताया कि चयनित सीएचसी पर नोडल अधिकारी नियुक्ति हैं। मॉक ड्रिल के दौरान जनपद में कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेड, वार्ड और आक्सीजन की उपलब्धता देखी गई। साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के पीकू वार्ड तैयार हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में 12 नवंबर से कोई केस नहीं आया है।

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फिलहाल एक्टिव केस शून्य हैं। नए वैरियंट को देखते हुए कोविड मरीजों के लिए कुल 826 बेड आरक्षित किए गए हैं। सभी बेड मे आक्सीजन की व्यवस्था है। बच्चों के लिए 80 बेड का पीकू वार्ड तैयार है। इस दौरान एसीएमओ डॉ. आरएन प्रसाद, डॉ. संजय कुमार शैवाल, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. मनोज कौशिक व डॉ. पीएन यादव, मेडिकल कालेज प्राचार्य डॉ. मुकेश कुमार, सीएमएस डॉ. एसएन मिश्रा सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे।

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