डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के कारण दूल्हे को बारात बैलगाड़ी से ले जाना पड़ा

महंगाई के कारण लोगों की कमर टूट गई है। वही डीजल पेट्रोल के लगातार बढ़ते दाम से अब लोग दूसरे विकल्प तलाशने लगे हैं..

डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के कारण दूल्हे को बारात बैलगाड़ी से ले जाना पड़ा

बांदा,

महंगाई के कारण लोगों की कमर टूट गई है। वही डीजल पेट्रोल के लगातार बढ़ते दाम से अब लोग दूसरे विकल्प तलाशने लगे हैं। इसी कड़ी में जनपद बांदा में एक युवक अपनी बारात चार पहिया वाहनों के बजाय बैलगाड़ियों से लेकर लड़की के दरवाजे पहुंचा और वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न होने के बाद दुल्हन को बैलगाड़ी से विदा कराकर अपने घर वापस लौटा। इस अनूठी शादी की क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है। 

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जनपद बांदा के अतर्रा थाना क्षेत्र में महुटा गांव की ग्राम प्रधान संध्या मिश्रा के भतीजे अंकित की शादी 9 मई को थी। बारात यहां से लगभग 4 किलोमीटर दूर शिवपुरी गांव जानी थी। लेकिन बारातियों की संख्या और महंगे डीजल पेट्रोल को देखते हुए बारात ट्रैक्टर या कार में ले जाने के बजाय बैलगाड़ी उसे ले जाने का निर्णय लिया गया।

इसके लिए आनन-फानन में तीन दर्जन बैल गाड़ियों को तैयार किया गया। सभी बैलगाड़ियों को सजाया गया और परंपरागत वेशभूषा में दूल्हे को बैलगाड़ी में बैठा कर पहले निकासी की रस्म हुई और इसके बाद बारात कन्या के गांव की तरफ रवाना की गई। इन्हीं बैल गाड़ियों में ढोल नगाड़े बजाने वाले भी बैठकर रवाना हुए। बताते चलें कि बुंदेलखंड में बरसों पहले बैल गाड़ियों से ही बारात जाने की परंपरा थी, लेकिन जैसे ही गांव में ट्रैक्टर और चार पहिया वाहन लोगों के पास आ गए तो लोगों ने बैल गाड़ियों को भुला दिया।

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अब जब पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ रही है तो लोगों को बैल गाड़ियों की याद आ रही है। इसी कड़ी में महुटा गांव से बारात बैल गाड़ियों से रवाना हुई। इस संबंध में महिला ग्राम प्रधान संध्या मिश्रा ने बताया कि डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से, शादी के आयोजन में भी असर पड़ा है। खासकर बस या चार पहिया वाहन ले जाने में दोगुना भाड़ा देना पड़ता है, इसलिए हमने अपनी पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए बैलगाड़ी से बारात भेजी।

बैलगाड़ी से जब बारात लड़की के दरवाजे पर पहुंची तो वहां के लोग भी खुशी से झूम उठे और फिर बैलगाड़ी से ही दुल्हन को विदा कराकर दूल्हा वापस लौटा। वही इस शादी से दूल्हा अंकित भी बहुत खुश है उसका कहना है कि यह शादी मेरे लिए यादगार रहेगी हमें अपनी पुरानी परंपराओं और रीति-रिवाजों को भुलाना नहीं चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी भी इन परंपराओं को बरकरार रख सके।

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