खुशखबरीःअब बुंदेलखंड के युवाओं का, पायलट बनने का सपना होगा साकार 

बुंदेलखंड के युवाओं का पायलट बनने का सपना बहुत जल्द साकार होगा। झांसी में पायलट के लिए प्रशिक्षण केंद्र खुलने जा रहा है। यहा पायलट...

खुशखबरीःअब बुंदेलखंड के युवाओं का, पायलट बनने का सपना होगा साकार 

झांसी,

बुंदेलखंड के युवाओं का पायलट बनने का सपना बहुत जल्द साकार होगा। झांसी में पायलट के लिए प्रशिक्षण केंद्र खुलने जा रहा है। यहा पायलट प्रशिक्षण केंद्र बनने से संपूर्ण बुंदेलखंड की जनता को लाभ मिलेगा। सितंबर से इस पर काम शुरू हो जाएगा। 

यह भी पढ़ें- हिन्दू छात्राओं को पहना दिया हिजाब, साम्प्रदायिक तनाव

फरवरी माह में लखनऊ में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 216 कंपनियों ने सरकार के साथ एमओयू साइन किया था। लेकिन, अब इनकी संख्या बढ़कर 270 पर पहुंच गई है। इन्हीं में से एक कंपनी यहां पायलट के लिए ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने जा रही है। कंपनी यहां एक हजार करोड़ का निवेश कर 50 एकड़ जमीन पर ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना करेगी। जिसमें हवाई जहाज उड़ाने का प्रशिक्षण देकर पायलट तैयार किए जाएंगे। इसके अलावा क्रू मेंबर ट्रेनिंग, एयरक्राफ्ट मेंटनेंस इंजीनियर ट्रेनिंग व एयरक्राफ्ट कंट्रोलर ट्रेनिंग भी दी जाएगी। साथ ही डाक्टरेट ऑफ सिविल एविएशन एंड एयरपोर्ट मैनेजमेंट का कोर्स भी कराया जाएगा। कंपनी ने ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना के लिए बबीना ब्लॉक में जमीन चिह्नित की है। इसके अलावा ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ-साथ अन्य संबंधित विभागों की सहमति के लिए फाइल आगे बढ़ा दी गई है। कंपनी की सितंबर माह में काम शुरू करने की तैयारी है।

यह भी पढ़ेंविजय कुमार को यूपी का कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया

पायलट ट्रेनिंग, क्रू मेंबर ट्रेनिंग, एयरक्राफ्ट मेंटनेंस इंजीनियर ट्रेनिंग व एयरक्राफ्ट कंट्रोलर ट्रेनिंग कोर्स में हाईस्कूल के बाद प्रवेश लिया जा सकेगा। जबकि, प्रशिक्षण की अवधि सात साल होगी। इसमें पांच साल सामान्य प्रशिक्षण दिया जाएगा, जबकि अंतिम दो सालों में अभ्यर्थियों को स्पेशलाइजेशन का मौका दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने पर अभ्यर्थियों को परास्नातक के समकक्ष प्रमाण पत्र दिया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए ट्रेनिंग सेंटर में रनवे, टर्मिनल, एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे और मशीनें लगाई जाएंगी। सेंटर में हेलिकॉप्टर उपलब्ध रहेगा, जबकि हवाई जहाज का मॉडल बनाया जाएगा।
बताते चले कि  प्रशिक्षण केंद्र में पायलटों को ट्रेनिंग दी जाती है। इसके लिए अलग.अलग कोर्स होते हैं। ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद पायलटों को अलग.अलग क्षेत्रों में नौकरी करने का अवसर मिलता है। इस बारे में उपायुक्त उद्योग मनीष चौधरी का कहना है कि कंपनी की ओर से एमओयू साइन किया जा चुका है। जल्द ही कंपनी यहां अपना ऑफिस खोलने जा रही है। जबकि, सितंबर में ट्रेनिंग सेंटर की आधारशिला रख दी जाएगी। 

यह भी पढ़ें-  व्यवसायिक केन्द्र के संचालकों की डीएम ने ली क्लास,दिये ये निर्देश

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
1
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0