बजरंग दल को आतंकी संगठन से जोड़ने पर हिंदू संगठन भड़के, किया पुतला दहन

कर्नाटक में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल को पीएफआई जैसे...

बजरंग दल को आतंकी संगठन से जोड़ने पर हिंदू संगठन भड़के, किया पुतला दहन

बांदा,

कर्नाटक में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल को पीएफआई जैसे आतंकी संगठन से जोड़ कर बैन करने के चुनावी वादे पर हिंदू संगठन भड़क गए। गुरुवार को बांदा में हिंदू संगठनों ने स्टेशन रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया और पुतला दहन करके अपना विरोध व्यक्त किया।

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विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आज कांग्रेस कार्यालय के बाहर पहले बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया और नारेबाजी करते हुए कार्यालय के बाहर पुतला दहन किया। इस संबंध में एक ज्ञापन भी महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी ने आगामी 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया है। जिसमें राष्ट्रवादी संगठन बजरंग दल को पीएफआई जैसे आतंकी संगठन के साथ जोड़ा गया है। जबकि पीएफ आई एक राष्ट्र विरोधी आतंकी संगठन है।

इसको राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और आतंकी संगठनों के के साथ संलिप्तता से शायद ही कोई देश का नागरिक या केंद्र या राज्य सरकार की गुप्तचर संस्थाएं अनभिज्ञ हैं। शायद ही ऐसा कोई मौका हो जब पीएफआई ने देश में माहौल खराब करने के मामले में कोई काम न किया हो।

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पीएफआई की कार्यप्रणाली सिमी जैसे आतंकी संगठनों से सिर्फ मिलती ही नहीं बल्कि कई पदाधिकारी सिमी जैसे प्रतिबंधित संगठनों के ही हैं। इस संगठन की यूपी में कई शहरों में हुए दंगों में भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण ही केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को बैंन कर दिया है। कांग्रेस पार्टी ने बजरंग दल को राष्ट्र विरोधी आतंकी आतंकी संगठन पीएफआई से तुलना करके करोड़ों हिंदुओं की आस्था को अपमानित करने का काम किया है। इन संगठनों ने मांग की है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व इस घृणित अपराध के लिए देश से माफी मांगे और कर्नाटक विधानसभा में जारी किए गए घोषणापत्र को प्रतिबंधित किया जाए। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष और बजरंग दल के जिलाध्यक्ष अंकित पांडे ने किया।

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