फर्जी रॉयल्टी पेपर बनाकर बालू का अवैध परिवहन, कई सफेदपोश रडार में

जनपद में बालू और मौरंग के फर्जी रायल्टी पेपर (एमएम-11) बनाकर सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाने के खेल का भंडाफोड़..

फर्जी रॉयल्टी पेपर बनाकर बालू का अवैध परिवहन, कई सफेदपोश रडार में

  • खनिज अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से बालू, मौरंग की रायल्टी पेपर के धंधे का हुआ खुलासा   

जनपद में बालू और मौरंग के फर्जी रायल्टी पेपर (एमएम-11) बनाकर सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाने के खेल का भंडाफोड़ कर जनसेवा केन्द्र के संचालक समेत दो लोगों को रविवार के दिन जेल भेजा गया है। 

स्थानीय खनिज विभाग को सूचना मिली थी कि सरकारी कार्यदायी विभागों में होने वाले निर्माण कार्यों के भुगतान में लगाई जाने वाली रॉयल्टी पर्ची का फर्जी तरीके से सत्यापन हो रहा है।

इसमें खनिज अधिकारी से लेकर अन्य जिम्मेदार लोगों के फर्जी साइन किए जाते थे, जिसके चलते कार्यदायी संस्थाओं के लाखों-करोड़ों के भुगतान हो जाते थे। जबकि नियमतः निर्माण कार्यों में लगने वाले खनिज पदार्थों की रॉयल्टी पर्ची का सत्यापन खनिज विभाग के माध्यम से होता है। ऑन लाइन व्यवस्था होने की वजह से एक कार्य में प्रयोग की जाने वाली रॉयल्टी पर्ची का दूसरे कार्य में प्रयोग नहीं हो सकता है।

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हमीरपुर शहर के अमनशहीद मुहाल में हमीरपुर-कालपी मार्ग पर ए टू जेड कम्प्यूटर सर्विस (जनसेवा केन्द्र) संचालित है।

यहां पिछले काफी समय से बालू और मौरंग के फर्जी रायल्टी पेपर (एमएम-11) बनाने का खेल चल रहा था। सूचना पाकर खनिज अधिकारी ने पुलिस बल के साथ छापेमारी कर जनसेवा केन्द्र संचालक अजय वर्मा और पटकाना हमीरपुर मुहाल निवासी लोनिवि के ठेकेदार अनिल सिंह पुत्र कपूर सिंह को रंगे हाथों कम्प्यूटर में फर्जी रायल्टी पेपर एवं खनन अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर करते पकड़ा गया। इस मामले में खनिज अधिकारी की तहरीर पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। 

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खनिज अधिकारी केके राय ने बताया कि इस सूचना के बाद विभाग ने फर्जी तरीके से रॉयल्टी का सत्यापन करने वालों की गुपचुप तरीके से जांच कराई थी। जिसमें मुख्यालय के अमन शहीद मोहल्ले में ए टू जेड कंप्यूटर संस्थान में इस तरीके से फर्जीवाड़ा चलने की खबर मिली थी।

इस संस्था में इसी तरीके से रॉयल्टी पर्चियों का सत्यापन किया जा रहा था। जिसके बाद खनिज विभाग ने पुलिस फोर्स के साथ यहां छापा मारकर इस धंधे का भंडाफोड़ कर दो लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। बताया कि इस धोखाधड़ी के खेल से सरकार और विभाग को तगड़ा नुकसान हो रहा था। अब इस पूरे मामले की जांच पुलिस के पाले में है।  

कोतवाल तारा सिंह पटेल ने आज शाम बताया कि खनिज निरीक्षक राजेश कुमार की तहरीर पर अजय वर्मा व अनिल सिंह के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों जेल की सलाखों में हो गये है। 

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हि.स

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