ससुरालियों ने 50 हजार रुपये के लिये बहू को मासूम बच्ची सहित घर से निकाला

बांदा दहेज लोभी ससुरालियों ने महज 50 हजार रुपये के लिये बहू को मारपीट कर घर से निकाल दिया..

ससुरालियों ने 50 हजार रुपये के लिये बहू को मासूम बच्ची सहित घर से निकाला

बांदा दहेज लोभी ससुरालियों ने महज 50 हजार रुपये के लिये बहू को मारपीट कर घर से निकाल दिया। सास, ससुर, और पति के उत्पीडन  की शिकार बहू अपनी 4 वर्षीया मासूम बच्ची के साथ मायके मे रहकर किसी तरह दिन काट रही है। बहू का आरोप है कि शादी मे पिता और भाई ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार खूब दान-दहेज दिया था।

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इसके बावजूद 50 हजार रुपये की मांग पर सब लोग मारते-पीटते हैं,  पति कहता है कि पैसे न लाने पर तुझे जान से मार दूंगाबबेरु थाने के मुरवल गांव की गुड्डन देवी ने एसपी,डीएम, आईजी, मुख्यमंत्री, आदि को भेजे गये प्रार्थनापत्र मे कहा है कि उसकी शादी वर्ष 2014 मे बिसंडा थाने के सया गांव निवासी सुशील कुमार पाल के साथ हुयी थी,  कहा कि मेरे पिता ने शादी मे यथाशक्ति खूब दान-दहेज दिया था, ससुराल पहुंचने पर कुछ महीने ठीक -ठाक रहा।

इसके बाद 50 हजार रुपये की मांग करने लगे, मना करने पर पति, सास, और ससुर तरह-तरह से प्रताडित करने लगे, मेरे पिता ने बहुत समझाया पर ससुरालीजन नहीं माने, मारपीटकर घर से निकाल दिया, इस बीच वह एक बच्ची की मां बन गयी, करीब 2 साल तक मायके मे रही, पंचायत मे गलती मानकर पति और ससुर ससुराल सया गांव लिवा गये, ससुराल मे फिर मारपीट की जाने लगी, थाना पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस समझाकर चली गयी,कोई एक्शन नही लिया।

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बीए तक पढी-लिखी बहू गुड्डन पाल ने बताया कि ससुरालियों ने दहेज की मांग को लेकर कई बार मारा- पीटा, गला दबाकर जान से मारने की कोशिस की, कई बार घर से निकाला, इसके बावजूद वह सब बर्दाश्त करती रही, लेकिन जब जान पर बन आई तो जान बचाकर मायके चली आयी। गुड्डन ने बताया कि 24 अक्टूबर 2020 को वह दोबारा बिसंडा थाने गयी, दरोगा जी को पूरा वाकया बताया, लेकिन कोई नतीजा नही निकला, दरोगा जी ने सुलहनामा की बात कहकर थाने से चलता कर दिया,पति जान से मारने पर आमादा है, कोई रास्ता सुझाई नहीं पड रहा, मजबूर होकर एसपी, डीएम और आईजी आदि से गुहार लगाई है।

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अब तक कोई सुनाई नही हुयी,दहेज के लिये जान लेने पर आमादा ससुरालियों के खिलाफ रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गयी दूसरी तरफ सया गांव निवासी गुड्डन के पति सुशील पाल और ससुर रामविशाल आदि का कहना है कि उन्होने दहेज आदि की कोई मांग नही की किसी बात से नाराज होकर  गुड्डन अपने मायके चली गयी है।

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