झाँसी : वैक्सीन लगाने के नाम पर मासूम बच्चों से छलावा

28 दिन के अंतराल पर बच्चों को लगाई जाने वाली वैक्सीन के लिए ऑनलाइन बुकिंग भी आरंभ हो चुकी है, जो कि पोर्टल पर परिवार के सदस्य...

झाँसी : वैक्सीन लगाने के नाम पर मासूम बच्चों से छलावा

जानकारी हो आज से 12 से 14 साल के बच्चों को कोविड रोधक टीकाकरण होना था जो कि सरकारी टीकाकरण केंद्र पर यह वैक्सीन लगने के आदेश सरकार ने जारी किए हैं।

28 दिन के अंतराल पर बच्चों को लगाई जाने वाली वैक्सीन के लिए ऑनलाइन बुकिंग भी आरंभ हो चुकी है, जो कि पोर्टल पर परिवार के सदस्य के अकाउंट या नया व्यक्तिगत अकाउंट बनाकर टीकाकरण के लिए स्लॉट की बुकिंग उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। साथ ही टीकाकरण केंद्र पर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।

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किंतु इसी क्रम में मासूम बच्चों के साथ टीकाकरण के नाम पर छलावा होता देखा गया।

मामला बुंदेलखंड के जिला झांसी में यह देखने को मिला देखा गया। झाँसी स्थित मिशन कंपाउंड निवासी नवीन श्रीवास्तव ने अपनी बेटी को टीकाकरण कराने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जिसमें आज शाम 4:00 बजे जब रजिस्ट्रेशन किया गया तो उसमें टीकाकरण के लिए टाइम स्लॉट 3:00 से 6:00 के मध्य का दिया गया तथा टीकाकरण केंद्र यूपीएचसी तहसील दर्शाया गया।

किंतु उस अभिभावक के मोबाइल पर कुछ ही देर बाद एक संदेश प्राप्त हुआ जिसमें यह दर्शाया गया के उस बच्ची को वैक्सीन की पहली डोज़ लग चुकी है। और यह मैसेज 4:15 पर अभिभावक के मोबाइल पर पहुंचा जबकि टीकाकरण हुआ ही नहीं था। जब अभिभावक बच्ची को लेकर टीकाकरण केंद्र पर पहुंचे तो वहां ताला बंद मिला साथ ही यह भी पता चला कि यह सेंटर 3:00 बजे ही बंद हो गया था।

अब सवाल यह उठता है कि जब 3:00 बजे सेंटर बंद हो गया था तो टीकाकरण किया किसने ?

जब टीकाकरण हुआ ही नहीं तो मोबाइल पर संदेश के साथ सर्टिफिकेट कैसे जारी हुआ इन सब को देखते हुए यह प्रतीत होता है कि शायद सिस्टम auto-generated है।

4:00 बजे बुकिंग करने पर 3:00 से 6:00 का स्लॉट मिलता है 4:15 बजे मोबाइल पर मैसेज आता है तथा साथ ही सर्टिफिकेट भी डाउनलोड हो जाता है।

तभी हमने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने अपना फोन भी नहीं उठाया, कई बार सम्पर्क करने के बाद जब फोन उठा तो गर्म मुद्रा में बोले कि आपको क्या करना है जिसे जो बोलना था वो बोल दिया गया है।

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सवाल अब यह उठता है कि यह सरकारी कर्मचारी माननीय प्रधानमंत्री की योजनाओं पर पानी फेरने की कोशिश कर रहे हैं या बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ?

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