झाँसी : श्री दुर्गा उत्सव महासमिति ने दुर्गा उत्सव प्रतिमाओं को लेकर दिया ज्ञापन

आज श्री दुर्गा उत्सव महासमिति के अध्यक्ष अंचल अर्जरिया के नेतृत्व में दुर्गा उत्सव प्रतिमाओं...

झाँसी : श्री दुर्गा उत्सव महासमिति ने दुर्गा उत्सव प्रतिमाओं को लेकर दिया ज्ञापन

आज श्री दुर्गा उत्सव महासमिति के अध्यक्ष अंचल अर्जरिया के नेतृत्व में दुर्गा उत्सव प्रतिमाओं को लेकर माननीय मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय को दिया गया।

ज्ञापन में कहा गया कि श्री दुर्गा उत्सव महासमिति झॉसी महानगर सहित पूरे जिले में रखे जाने वाली दुर्गा प्रतिमाओं व दुर्गा उत्सव समितियों को एक सूत्र में पिरोकर दुर्गा उत्सव निर्विघन सम्पन्न करवाने का कार्य करती है। झॉसी महानगर में विशेष रूप से खटकयाने की काली जी, मुन्नालाल धर्मशाला की काली जी, सदर बाजार की काली जी व अन्य काली जी एवं बैठने वाली सभी दुर्गा प्रतिमायों को स्थापित करने से लेकर विसर्जन तक सभी व्यवस्थायें देखती है।

 यह भी पढ़े : राज विस चुनाव : राजनीति के शूरमाओं ने तलाशी नई जमीन

किसी भी प्रकार की अनुमति परम्परागत रूप से बैठने वाली कोई दुर्गा प्रतिमा या दुर्गा उत्सव समिति नही लेगी क्योंकि त्यौहार रजिस्टर में सबकुछ चढ़ा है।

जहां पर विसर्जन होता है जैसे कि लक्ष्मी ताल, गढमऊ झील, रेलवे बांध, पहुंज बांध, आल्हा घाट, अंगूरी बैराज, पारीछा डैम व अन्य सहित सभी जिले के जलाशयों व नदियों पर सफाई व सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किये जाये। 

झॉसी महानगर व जिले के अन्दर अधिकतर परम्परागत प्रतिमायें पिछले 20 से अधिक वर्षो से पार्को में, सड़को पर या चौराहों पर बैठती है, उन बैठने वाले परंपरागत प्रतिमाओं को जिनसे किसी प्रकार का मार्ग वाधित नही हो रहा है उन परंपरागत प्रतिमाओं को यथा स्थान बैठने पर रोक-टोक न की जाये।

यह भी पढ़े : बदायूं जेल पहुंचा माफिया अशरफ का साला सद्दाम

सभी प्रतिमायें 6 से 8 फीट की बनती है जो कंधे व छोटे वाहनों पर ही निकलती है। अतः इनको निकालने में किसी प्रकार की परेशानी या दिक्कत अभी तक नही हुई है। अतः इनका साईज उतना ही रहने दिया जाये क्योंकि मूर्ति बनाकर मूर्तिकार तैयार कर चुके है।

नवमी के दिन घरो के अन्दर माता के पूजन के अवसर पर जो ज्वारे प्रतिपदा के दिन बोये जाते है, महिलायें उन ज्वारों को विसर्जित करने हेतु लक्ष्मी तालाब, पहुंच नदी स्थित आला घाट, आंतिया तालाब सहित अन्य तालाबों व नदियों  पर जाती है। इसके पूर्व वह सभी स्थानीय देवी जी के मंदिर तक भी जाती है। पंचकुईया मंदिर पर भव्य विशाल मेला भी लगता है जिसमें करीब 300 दुकानदार फुटकर रूप में आकर अपना सामान बेचते है। इसमें सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी विधर्मी खुराफात फैलाने की नियत से दुकान न लगा पाये।

यह भी पढ़े : हमीरपुर में श्रद्धालुओं से भरा वाहन पलटा, 28 घायल

पंचकुईया मंदिर एवं अन्य देवी मंदिरों पर सुबह 3ः00 बजे से महिलायें जल चढ़ाने के लिए जाती है उनकी सुरक्षा से सम्बन्धित पर्याप्त प्रबंध किये जाने की आवश्यकता है।

नगर निगम द्वारा सम्पूर्ण क्षेत्र में रोडो पर बने गढढे, स्ट्रीट लाईटे, मंदिरो के आसपास सफाई, चूने इत्यादि की व्यवस्था, विसर्जन यात्रा में लटके हुये तारों पर बिजली विभाग द्वारा ठीक किये जाने की व्यवस्था, टूटे हुये फर्श जाल इत्यादि भी समय सीमा के अन्दर ठीक करवाये जाये।

श्री दुर्गा उत्सव महासमिति ने समितियों के माध्यम से हर तरह का सहयोग करने का भी आश्वासन दिया।

ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से आर0के0 सहारिया, संजय बामी, सर्वेश पटेल, अर्पित शर्मा सोनू रैकवार, दीपक वर्मा, दिनेश पाल, कृष्ण पाल, अभिषेक, अखंड, चंचल, राहुल निवोरिया, शिवम, अभिषेक, विष्णु, मनमोहन, संजय, हिमांशु सोनी, पंचम राजपूत, अंकित, सिद्धार्थ, बादल, बाबू, राहुल, प्रदुम, अंशुल, भोला, करण सहित सभी ब्लॉक तहसीलों के समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहे ।

What's Your Reaction?

like
0
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0