एससी-एसटी एक्ट सहित कोटेदार की दबंगई हुई वायरल

एससी-एसटी एक्ट सहित कोटेदार की दबंगई हुई वायरल

भिटारी मऊ :  भोजन के अधिकार क्षेत्र का मालिक अगर दबंग होगा तो आम जन की भूख मिटकर भी मिट पाएगी क्या ? इंसान भूख सुख और शांति से मिटा लेना चाहता है। मानसिक सुख से भूख मिटना चाहिए परंतु जनपद चित्रकूट मऊ क्षेत्र के एक गांव के दबंग कोटेदार के हौसले आखिर क्यों बुलंद है ? लोगों का कहना है कि इस कोटेदार की शिकायत पूर्व मे भी की गई थी परंतु कार्रवाई ना होने से आम जन को प्रताड़ित करता है।

वायरल हुए वीडियो मे घटतौली की बहस है। जब राशनकार्ड उपभोक्ता शिवपूजन पांडेय घटतौली की बात कहता है तो कोई महिला उसे अपशब्द बोलती हुई सुनाई दे रही है। वहीं कोटेदार की आवाज होने की बात भी कही जा रही है।

भाजपा नेता धर्मेन्द्र पाण्डेय ने वायरल वीडियो के सापेक्ष में बताया कि कोटेदार जातिगत दुर्भावना से अपशब्दों का प्रयोग करता हुआ साफ सुनाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता ब्राह्मण है और कोटेदार अनुसूचित जाति का है। जब उपभोक्ता शिवपूजन पांडेय ने घटतौली से आपत्ति जताई तो कोटेदार दबंगई पर उतर आया व ब्राह्मणों को अपशब्द का प्रयोग करने लगा।

भाजपा नेता ने बताया कि इससे पूर्व मे ग्रामीणों द्वारा कोटेदार के खिलाफ जनपद प्रशासन को शिकायत दी गई थी। उस शिकायत के समय ही प्रशासन सख्त कार्रवाई कर देता तो आज महामारी के समय एक इंसान को अपमानित नहीं होना पड़ता।

उन्होंने कहा कि एक गरीब - मध्यमवर्गीय ब्राह्मण को भूख समाप्त करने के लिए आखिर अपमान क्यों सहना पड़े ? सामूहिक रूप से ब्राह्मण समाज को अपशब्द कहना भी पूरे समाज का घोर अपमान है। भूख के मामले में दबंगों के हाथ में राशन का अधिकार नहीं होना चाहिए।

डीके पाण्डेय ने कहा कि यह सिर्फ एक जाति विशेष का मामला नहीं है , अपितु इंसानियत और भूख का मामला है। जनपद के प्रशासन को अपमान और भूख के सापेक्ष तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे दबंग व्यक्ति के पास कोटा होने का मतलब है कि गांव का आम गरीब आदमी अपमानित होकर भूख मिटाता रहे ?

यह कोई छोटा सा मामला नहीं है। यह भूख का मामला है और आत्मसम्मान का मामला है। चूंकि कोटेदार द्वारा ब्राह्मण समाज को अपशब्द कहने के बाद संबंधित व्यक्ति को एससी-एसटी एक्ट में फंसा देेने की धमकी भी दी जाती है। यह कानून के दुरुपयोग का मामला भी है। कानून का दुरूपयोग और भूख के अधिकार व आत्मसम्मान का उल्लंघन है। इसलिए इस कोटेदार पर त्वरित दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए , जिससे समाज मे एक अच्छा संदेश जाएगा।   कार्रवाई होने से कोटेदार घटतौली बंद करने के साथ आम जन को आत्मसम्मान के साथ राशन देंगे।

लेखक: सौरभ द्विवेदी, समाचार विश्लेषक

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