जानें इंडियन ट्विटर माना जा रहा, Koo App कैसे हुआ इतना पॉप्युलर

जानें इंडियन ट्विटर माना जा रहा, Koo App कैसे हुआ इतना पॉप्युलर, आइए जाने कू ऐप की खास बातें और इसका आत्मनिर्भर भारत पहल में क्या योगदान है..

जानें इंडियन ट्विटर माना जा रहा, Koo App कैसे हुआ इतना पॉप्युलर

भारत में अब पॉप्युलर सोशल मीडिया ऐप्स और माइक्रोब्लॉगिंग साईट्स के भारतीय विकल्प भी उपलब्‍ध हैं, और इसी कड़ी में कू ऐप की काफी चर्चित हो रहा है। कू ऐप को देसी ट्विटर माना जा रहा है और इसमें फीचर्स भी लगभग ट्विटर जैसे ही हैं। कू ऐप को iOS और Android प्लैटफॉर्म पर आप फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं। आइए जाने, कू ऐप की खास बातें और इसका आत्मनिर्भर भारत पहल में क्या योगदान है?

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देश में आत्मनिर्भर भारत पहल पर कोशिशें काफी तेज गति से हो रही हैं, वहीं भारतीय टेक कंपनियां तरह-तरह के मोबाइल ऐप्लिकेशन पर काम कर रही हैं, जो कि सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के साथ ही अन्य जरूरी चीजों से भी जुड़े हैं। इसी कोशिश में आजकल कू ऐप की काफी चर्चा हो रही है और यह माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर का भारतीय विकल्प माना जा रहा है। बेंगलुरु बेस्ड Aprameya Radhakrishna ने पिछले साल इस ऐप को डैवेलप किया था और सबसे खास बात ये है कि यह डिजीटल इंडिया आत्मनिर्भर भारत इनोवेटिव चैलेंज का विनर रहा है।

पॉलिटिशियन पीयूष गोयल के ट्वीट से एप चर्चित हुआ 

कू ऐप की चर्चा इनदिनों तब से शुरू हुई, जब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने होमग्रोन माइक्रोब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म कू ज्वाइन कर लिया है। दरअसल, कुछ समय से ट्विटर और भारत सरकार के बीच कुछ विवाद की स्थिति बनी हुई है,और ऐसे में हर तरह से कोशिश की जा रही है कि जितने भी पॉप्युलर ऐप्स हैं।

वैसे ही भारत मे डैवलप किए जाए और उनके इंडियन विकल्प की तरफ भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया जाए। अब कू ऐप पर पीयूष गोयल की मौजूदगी से लोगों का निश्चित रूप से इस ऐप पर ध्यान गया है। 

फिलहाल कू ऐप के डैवलपर्स ने इसे iOS और Android प्लैटफॉर्म पर लाइव कर दिया है, और लोग अब इस इंडियन ट्विटर माने जा रहे ऐप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल भी करने लगे हैं। कू ऐप की वेबसाइट भी उपस्थित है, जिसपर इस ऐप से जुड़ी सारी जानकारी दी गई है। आने वाले समय में पता चल जाएगा कि, इस ऐप को लोग दिल और मोबाइल में ज्यादा समय के लिए जगह दे पाते हैं या नहीं। 

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आपको बता दें कि कू ऐप बिल्कुल फ्री है और आप इसे गूगल प्ले स्टोर के साथ ही ऐपल ऐप स्टोर पर फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं। कू ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर कू सर्च करना होगा। सर्च करते ही आपको सबसे पहले ‘कू: कनेक्ट विद इंडियन्स इंडियन लेंग्वेजेज़’ दिखेगा। यहां इस बात का ध्यान जरूर रखें कि इसे बाॅमबाईट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा डिवेलप किया गया है और डाउनलोड करने से पहले ये जरूर पढ़ लें।

 आईए जाने Koo App में क्या फीचर्स अवेलबल हैं? 

कू ऐप और ट्विटर लगभग सिमिलर है, जिसमें आप किसी को फॉलो कर सकते हैं और आपको कोई फॉलो कर सकता है। इसमें आप मैसेज लिखकर शेयर भी कर सकते हैं। आपके पास फोटो-विडियो शेयर करने का भी ऑप्शन उपलब्ध है। खास बात ये है कि, कू ऐप English के साथ ही Kannada, Tamil, Telugu भाषा भी सपोर्ट करता है। इसके साथ ही यूजर अपनी भाषा में भी इसमें कुछ लिखकर शेयर कर सकते हैं। एक और बात जो खास है, वो ये है कि कू ऐप पर आप 400 कैरेक्टर्स में लिख सकते हैं।

भारत सरकार और ट्विटर के बीच जब से विवाद सार्वजनिक हुआ है, कू ऐप पर लोगों का आना तेज हो गया है। पिछले दो से तीन दिनों में हर रोज एक लाख से अधिक नए लोग कू ऐप को डाउनलोड कर रहे हैं। 

जारी घमासान से इधर भारतीय ट्विटर के नाम से मशहूर कू ऐप मशहूर होता जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में इस इंडियन ऐप का पैमाना तेजी से बढ़ गया है। यहां तक की देश के कई मंत्री, नेता, अभिनेता भी इस नए प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ते जा रहे है।

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रिपोर्ट के मुताबिक, कुल डाउनलोड की संख्या तीस लाख को पार कर गई है। कुछ दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ऐलान किया था कि, वो भी अब कू ऐप पर हैं। अब उनके अलावा भी कई बड़े नाम इस ऐप से जुड़ गए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा, बॉलीवुड स्टार अनुपम खेर, कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के अलावा कई बड़े नाम इस ऐप पर मौजूद हो चुके हैं।

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साथ ही बता दें, भारत सरकार के कई बड़े मंत्रालय और अधिकारियों ने भी अब इस ऐप को ही चुना है। कू ऐप के को-फाउंडर में से एक ए. राधाकृष्णा के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में कई गुना लोग इस ऐप से जुड़े रहे है। यही कारण है कि, हाल ही में ऐप लोड नहीं ले पाया है, और कुछ बार डाउन भी हुआ है। लेकिन उनकी कोशिश ये है कि, लगातार सुधार किया जाए, ताकि ऐप अधिक लोड ले सके। को-फाउंडर ने ये भी बताया है कि, उनका फोकस ये है कि सिर्फ भारतीय सर्वर का ही इस्तेमाल किया जाए। 

आपको बता दें कि, भारत सरकार और ट्विटर के बीच लगातार तकरार हो रही है, ऐसे में लोग इस ओर शिफ्ट हो रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी मन की बात में इस ऐप की तारीफ कर चुके हैं।  

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