बंगाल की खाड़ी में बन रहा निम्न दबाव का क्षेत्र, प्रदेश में फिर सक्रिय होगा मानसून

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीते दिनों भले ही मानसून कमजोर रहा, लेकिन कानपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश होती रही। इससे लोगों..

बंगाल की खाड़ी में बन रहा निम्न दबाव का क्षेत्र, प्रदेश में फिर सक्रिय होगा मानसून
मानसून ( monsoon )

कानपुर,

  • एक सप्ताह तक या इससे अधिक दिनों तक प्रभावी रहेगा निम्न दबाव का क्षेत्र

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीते दिनों भले ही मानसून कमजोर रहा, लेकिन कानपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश होती रही। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से काफी राहत मिल सकी। एक बार फिर अगस्त माह के आखिरी दिनों में बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिससे कानपुर व आस—पास के जनपदों में मानसून सक्रिय होकर बारिश करेगा।

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चंद्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटों में उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। जैसा कि अनुमान था कि उड़ीसा तट से दूर बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दिखाई दिया है, जिसकी एक ट्रफ रेखा उत्तर की ओर पश्चिम बंगाल तक फैली है।

मानसून ( monsoon )

यह मौसमी सिस्टम व्यवस्थित होने के साथ अधिक चिन्हित हो सकती है और यह कमजोर निम्न दबाव वाले क्षेत्र में बदल सकती है। एक हाइब्रिड सिस्टम, आंशिक रूप से समुद्र के ऊपर और शेष भूमि पर कल या परसों उड़ीसा के तटीय भागों और इससे सटे बंगाल की खाड़ी से होकर गुजरेगा। इसके 30 अगस्त को समुद्र को पार करने और अंतरदेसी स्थान तक होने की उम्मीद है जो उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश दक्षिण क्षेत्र छत्तीसगढ़ और उत्तरी तेलंगना के कुछ हिस्सों को कवर करता है।

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बताया कि इस मौसमी सिस्टम के अधिक तीव्र होने की संभावना नहीं है, लेकिन सितंबर के पहले सप्ताह में पश्चिमी और उत्तरी भागों में स्थानांतरित होने से पहले गतिविधि का प्रसार पूर्व और मध्य भागों में एक साथ बड़े पैमाने पर होगा इससे लगातार और मूसलाधार गतिविधि होने की संभावना नहीं है। लेकिन उड़ीसा आंध्र प्रदेश छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र मध्य प्रदेश राजस्थान और गुजरात में रुक-रुक कर बारिश के साथ मध्यम तीव्रता की बारिश होने की संभावना है।

मानसून ( monsoon )

इसने दबाव के परिधिय और अवशेष पश्चिम बंगाल झारखंड बिहार उत्तर प्रदेश तेलंगाना दिल्ली हरियाणा और उत्तराखंड में मौसम की स्थिति को प्रभावित करेंगे। यह निम्न दबाव का क्षेत्र लगभग एक सप्ताह तक या उससे भी अधिक दिनों तक प्रभावी रहेगा। इस प्रणाली से बाढ़ जलजमाव की स्थिति बनने के आसार नहीं है, लेकिन नियमित गतिविधियों में विधान नहीं होगा बल्कि मुख्य मानसून लाखों के वर्षा सिंचित क्षेत्र इस मौसम का लाभ उठाएंगे। ऐसे में 29 अगस्त से बारिश की गतिविधियां कानपुर सहित पूरे मंडल में शुरू होने की संभावना है।

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हि.स

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