महोबा : मंडलायुक्त व डीएम ने लाभार्थियों को बांटे सूखे राशन के पैकेट

आंगनबाड़ी केंद्रों में पर पुष्टाहार वितरण से कुपोषण को दूर करने की मुहिम के तहत लाभार्थियों को सूखे राशन के पैकेटों का वितरण शुरू हो गया है..

महोबा : मंडलायुक्त व डीएम ने लाभार्थियों को बांटे सूखे राशन के पैकेट

शासन ने तेज की कुपोषण दूर करने की मुहिम

आंगनबाड़ी केंद्रों में पर पुष्टाहार वितरण से कुपोषण को दूर करने की मुहिम के तहत लाभार्थियों को सूखे राशन के पैकेटों का वितरण शुरू हो गया है। बुधवार को कबरई ब्लाक के पचपहरा आंगनबाड़ी केंद्र पर मंडलायुक्त गौरव दयाल और जिलाधिकारी (डीएम) सत्येंद्र कुमार ने लाभार्थियों को सूखे राशन के पैकेट बांटे। यह पैकेट राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे हैं। 

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राशन वितरण के दौरान मंडलायुक्त गौरव दयाल ने कहा कि पुष्टाहार वितरण में मिल रही धांधलियों की शिकायत पर सरकार ने कुपोषण दूर करने के लिए नया ए तरीका शुरू किया है। इससे कुपोषण मुक्त भारत अभियान को पंख मिलेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए ड्राई राशन यानी गेहूं, व चावल व दाल बांटने की मुहिम शुरू की गई है।

डीएम सत्येंद्र कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा अनाज की अलग-अलग पांच रंगों में पैकिंग की गई है। पैकेट में कॉल सेंटर का नंबर होगा, जिस पर में लाभार्थी अपनी समस्या बता सकते हैं। इसकी निगरानी के लिए गांव में प्रधान, ब्लाक में बीडीओ की कमेटी बनेगी, जो इस पूरे कार्य की निगरानी करेंगी।

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जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की महिलाओं को राशन के पैकेट पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया है। उम्रवार अलग-अलग रंगों के पैकेट तैयार किए गए हैं। छह माह से तीन वर्ष के बच्चों को आसमानी सानी रंग (हल्का नीला) के पैकेट दिए जा रहे हैं। तीन से छह वर्ष के बच्चों को हल्का हरा रंग, गंभीर कुपोषित बच्चों को लाल, गर्भवतीध्धात्री महिलाओं को पीला रंग और किशोरियों को गुलाबी रंग का पैकेट में अनाज मिलेगा। कि जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने कहा कि जनपद में 881 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 823 व शहरी क्षेत्र में 58 केंद्र हैं। 

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ऐसे बांटा जाएगा अनाज

छह माह से तीन वर्ष तक के बच्चों को एक किलो चावल, डेढ़ किलो गेहूं, तीन पाव दाल प्रतिमाह मिलेगी,। जबकि 450 ग्राम देशी घी, 400 ग्राम सूखा दूध तीन माह में एक बार मिलेगा। इसी तरह 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को एक किलो चावल, डेढ़ किलो गेहूं, 400 ग्राम सूखा दूध दिया जाएगा।

गर्भवती व धात्री महिलाओं तथा स्कूल न जाने वाली 11 से 14 वर्ष की किशोरियों को एक किलो चावल, दो किलो गेहूं, तीन पाव दाल मिलेगी। 450 ग्राम देशी घी, तीन पाव सूखा दूध पैकेटों में प्रति तीन माह में एक बार बांटा जाएगा। कुपोषित बच्चों को डेढ़ किलो चावल, ढाई किलो गेहूं, आधा किलो दाल के साथ ही प्रति तीन माह में 900 ग्राम देशी घी, तीन पाव सूखा दूध मिलेगा।

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