मंत्री महाना ने दिखाई हरी झंडी, स्मार्ट सिटी कानपुर में दौड़ने लगी इलेक्ट्रिक बसें

प्रदूषण के लिए विख्यात औद्योगिक नगरी कानपुर को पहले जहां स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला तो वहीं मेट्रो का भी तोहफा मिला..

मंत्री महाना ने दिखाई हरी झंडी, स्मार्ट सिटी कानपुर में दौड़ने लगी इलेक्ट्रिक बसें

प्रदूषण के लिए विख्यात औद्योगिक नगरी कानपुर को पहले जहां स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला तो वहीं मेट्रो का भी तोहफा मिला। लेकिन मेट्रो के संचालित होने से पहले प्रदूषण को कम करने के लिए कानपुर में इलेक्ट्रिक बसों को चलाने की योजना बनाई गई और शनिवार को कैबिनेट मंत्री सतीश महाना व नीलिमा कटियार के हरी झण्डी दिखाते ही शहर की सड़कों में इलेक्ट्रिक बसें फर्राटा भरने लगी। इन बसों की सबसे बड़ी खासियत है कि इनका किराया टेंपो से भी कम है और यात्री टेंपो से बेहतर सुविधा के साथ सफर कर सकेंगे।

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स्मार्ट सिटी में बहुप्रतीक्षित इलेक्ट्रिक बसें आखिर शनिवार की सुबह शहर की सड़कों पर दौड़ना शुरू हुईं तो लोगों में भी सफर को लेकर खासा उत्साह नजर आया। अहिरवां स्थित चार्जिंग स्टेशन से औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, एमएलसी अरुण पाठक व महापौर प्रमिला पांडेय समेत विधायकों तथा मंडलायुक्त डा. राजशेखर, नगर आयुक्त, पूर्व मंत्री भगवती सागर ने नारियल फोड़कर चार्जिंग स्टेशन का शुभारंभ किया। इसके बाद जनप्रतिनिधियों ने हरी झण्डी दिखाकर इलेक्ट्रिक बसों को रवाना किया गया। खास सुविधाओं से युक्त ये बसें प्रथम चरण में जाजमऊ से आईआईटी, रामादेवी से आईआईटी तक शुरू हुईं, जल्द ही अन्य दस रूटों पर भी बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।

खास बात यह है कि इनका किराया टेंपो से भी कम है, पहले तीन किमी का पांच रुपये और अधिकतम पचास रुपये रखा गया है। पहले दिन बसों में सफर करने वाले यात्रियों के चेहरे खिले नजर आए। मंत्री सतीश महाना ने कहा कि जनवरी माह तक सभी दस रूटों पर 100 बसें संचालित होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि ई-बसों के संचालन से शहरवासियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। अतिथियों ने भी इलेक्ट्रिक बस में सवार होकर एक किमी तक सफर किया।

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यह है खासियत

परिचालक रोहित गुप्ता ने बताया कि इन बसों में आपातकालीन स्टापेज फीचर, टच पैनल, महिलाओं के लिए रिजर्व सीट की भी व्यवस्था की गई है। बस में परिचालक को इलेक्ट्रानिक टिकट मशीन दी गई है। इसके साथ ही दिव्यांगों के चढने के लिए खास रैंप बना है। इसके अंदर व बाहर पांच सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पैनिक बटन, जीपीएस, अलार्म और वायरलेस सेट भी लगाया गया है।

15 दिनों में चलेंगी 40 बसें

मंडलायुक्त डॉ राजशेखर ने बताया कि पहले चरण के तहत शहर को 20 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात मिली है। 15 दिनों के अंदर 40 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात और मिलेगी। कहा कि सार्वजनिक परिवहन में एक नया अध्याय कानपुर स्मार्ट सिटी में "इलेक्ट्रिक बसें (ई-बस)" की शुरुआत के साथ शुरू होता है आइए "स्वच्छ, हरा और स्वस्थ कानपुर" सुनिश्चित करने के लिए इसका सर्वोत्तम उपयोग करें।

महापौर प्रमिला पाण्डेय ने बताया कि यह बसें हर स्टेशन पर महज आठ मिनट में उपलब्ध होगी। डिपो से सुबह 5:10 बजे से बसें निकलेंगी और शहर की सड़कों पर रात 10 बजे तक उपलब्ध रहेंगी। पूरे शहर में 10 रूटों पर सौ इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जानी है। बस का किराया टेपों से कम है, पहले तीन किमी तक पांच रुपये और अधिकतम पचास रुपये किराया रखा गया है।

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हि.स

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