कृषि विश्वविद्यालय में रिक्त पदों के भरने के मामले में गोलमोल जवाब दे गए कृषि मंत्री

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में इस समय लगभग 60% पद रिक्त हैं इन पदों को भरने के लिए शासन के द्वारा कोई पहल भी नहीं की जा रही जब इस बारे में बुन्देलखण्ड न्यूज़ ने कृषि मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने गोलमोल जवाब देकर पल्ला झाड़ लिया। हालांकि उन्होंने कहा कि कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बांदा में शोध को बढावा देने के लिए 07 करोड़ 93 लाख की परियोजना स्वीकृत की गयी है। इसके साथ ही विश्व विद्यालय की प्रयोगशालाओं को अद्यतन करने के लिए 09 करोड़ 25 लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे।

कृषि विश्वविद्यालय में रिक्त पदों के भरने के मामले में गोलमोल जवाब दे गए कृषि मंत्री
Minister of Agriculture

मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग उ0प्र0 सूर्य प्रताप शाही ने उपरोक्त जानकारी प्रेस से वार्ता करने के दौरान दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों को यह निर्देश दिये गए हैं कि वे उन्नतशील प्रजातियों के बीज विकसित करें। श्री शाही ने कहा कि वर्तमान में दुनिया वैश्विक महामारी से परेशान है किन्तु फिर भी उ0प्र0 में रिकार्ड खाद्यान का उत्पादन हुआ है जिसके लिए प्रदेश के किसान व कृषि वैज्ञानिक बधाई के पात्र हैं।

कृषि मंत्री श्री शाही ने कहा कि प्रदेश में गेंहॅू खरीद के लिए 5822 क्रय केन्द्र स्थापित किये गए थे, जिसके माध्यम से 36 लाख मी.टन गेंहॅू की खरीद हुई है तथा किसानों को 6300 करोड़ रूपये का भुगतान किया गयाा है। उन्होंने बताया कि चित्रकूटधाम मण्डल में दलहन व तिलहन की खरीद के लिए भी केन्द्र स्थापित किये गए थे। श्री शाही ने बताया कि खरीफ फसलों के उन्नतशील प्रजातियों के बीज उपलब्ध कराने के लिए चित्रकूटधाम मण्डल में 26 हजार 400 कु. बीज का लक्ष्य रखा गया है, जिसके सापेक्ष 25 हजार कु0 बीज उपलब्ध हो चुका है। उन्होंने बताया कि 80 प्रतिशत अनुदान पर किसानों को उन्नतशील प्रजातियों के बीज उपलब्ध कराये जायेंगे।

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कृषि मंत्री श्री शाही ने बताया कि बांदा कृषि विश्वविद्यालय के लिए वर्ष 2018 में 18 करोड़ रूपये की बालाजी लघुडाल योजना स्वीकृत की गयी थी। इस परियोजना के कार्य का आज मेरे द्वारा मौके पर निरीक्षण किया गया तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं कि वे इस योजना को शीघ्र पूरा करना सुनिश्चित करें जिससे विश्व विद्यालय के 600 एकड़ क्षेत्र में सिंचाई हो सके तथा कनवारा गाॅव को भी सिंचाई सुविधा प्रदान हो सके।

श्री शाही ने बताया कि प्रदेश में खेत-तालाब योजना के अन्तर्गत 5751 तालाब बनाये जा चुके है तथा इस वर्ष भी 5000 तालाब बनाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 02 करोड़ 05 लाख किसानों को दो-दो फलदार पेड़ उपलब्ध कराये जायेंगे। मंत्री जी ने बताया कि बांदा जनपद में स्थित अतर्रा कृषि फार्म को माॅडल फार्म के रूप में विकसित करने के लिए सरकार द्वारा 02 करोड़ 82 लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे।

कृषि मंत्री श्री शाही ने बताया कि चित्रकूटधाम मण्डल के बांदा व हमीरपुर कृषि  विज्ञान केन्द्र को सेन्टर आॅफ एक्सीलेन्स के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि चित्रकूटधाम मण्डल में दलहन व तिलहन

के भण्डारण की समस्या के समाधान के लिए 2500 मी. टन क्षमता के गोदाम बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक कम से कम दो गाॅव अवश्य गोद लें तथा वहां आधुनिक कृषि तकनीक को किसानों को अपनाने के लिए प्रेरित करें। प्रेस वार्ता के समय संयुक्त निदेशक कृषि बी.के.सिंह, उप निदेशक सूचना भूपेन्द्र सिंह यादव, उप निदेशक कृषि प्रसार ए.के.सिंह उपस्थित रहे।

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