कृषि स्नातक एवं परास्नातक छात्रों में कृषि उद्यमी बनने मे धन अब बाधा नही बनेगी

कृषि के क्षेत्र मे अध्यनरत छात्रो मे उद्यमिता विकास के लिए मंगलवार को कृषि विश्वविद्यालय बांदा व भारतीय स्टेट बैंक..

कृषि स्नातक एवं परास्नातक छात्रों में कृषि उद्यमी बनने मे धन अब बाधा नही बनेगी

बांदा, 

कृषि के क्षेत्र मे अध्यनरत छात्रो मे उद्यमिता विकास के लिए मंगलवार को कृषि विश्वविद्यालय बांदा व भारतीय स्टेट बैंक, लखनऊ मुख्यालय के मध्य एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। जो छात्र धन के अभाव मे अपने बिजनेस आइडिया को धरातल पर नही उतार पाते थे उनके लिए यह एमओयू मील का पत्थर साबित होगा। इस समझौता से कृषि स्नातक एवं परास्नातक छात्रो मे कृषि उद्यमी बनने मे धन बाधा नही बनेगी।

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विश्वविद्यालय के तरफ से कुलसचिव डा. एस.के. सिंह तथा भारतीय स्टेट बैंक, लखनऊ, मुख्यालय के तरफ से महाप्रबंधक, ए.डी. रतन तेजा, ने हस्ताक्षर कर समझौता किया है। कृषि विश्वविद्यालय बांदा के कुलपति प्रो. नरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार गतिविधियो को सतत् रूप से आगे बढ़ा रहा है।

विश्वविद्यालय मे अध्यनरत छात्रो में उद्यमिता विकसित करने के लिए उन्हें आर्थिक सहायता के रूप मे भारतीय स्टेट बैक द्वारा मदद की जायेगी। धन के अभाव मे प्रायः यह देखा गया है कि छात्र कृषि उद्यमि बनने मे रूचि नही दिखाते है। इस समझौता के माध्यम से कृषि स्नातक एवं परास्नातक छात्रो मे कृषि उद्यमि बनने मे धन बाधा नही बनेगी। छात्र अपने बिजनेस आइडिया एवं जोखिम लेेने की क्षमता विकसित कर कृषि के क्षेत्र मे एक सफल उधमी बन सकता है। 

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महाप्रबंधक, ए.डी. रतन तेजा द्वारा इस समझौता ज्ञापन पर हर्ष व्यक्त किया। श्री तेजा ने कहा कि हमारा बैक कृषि के क्षेत्र मे विशेष कर बुन्देलखण्ड मे कृषि उद्यमियो को उद्यम लगाने को हर संभव मदद करेगा। हमारे बैंक द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओ के माध्यम से छात्रो को मदद दी जायेगी। बुन्देलखण्ड क्षेत्र मे कृषि के क्षेत्र मे उद्यम विकसित करने की अपार संभावनाएं है, जिसे छात्र धन के अभाव मे अपने बिजनेस आइडिया को धरातल पर नही उतार पाते है। ऐसे छात्रो के लिये ही यह समझौता ज्ञापन मील का पत्थर साबित होगा।

विश्वविद्यालय के निदेशक, ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल डा. भानु प्रकाश मिश्रा ने विश्वविद्यालय मे संचालित हो रही विभिन्न गतिविधियो के बारे मे भी विस्तार से बताया। इस समझौता ज्ञापन कार्यक्रम मे विश्वविद्यालय के कुलसचिव, डा. एस.के.सिंह, निदेशक प्रसार, डा. एन.के. बाजपायी, वित्त नियंत्रक डा. अजीत सिंह, निदेशक पी.एम.इ.सी. डा. ए.के. श्रीवास्तव, सभी महाविद्यालय के अधिष्ठाता , सहायक प्रध्यापक डा. अर्जुन प्रसाद वर्मा व अन्य अधिकारी तथा बैंक की तरफ से उप महाप्रबंधक राजीव शर्मा, नवल सूद व बी.के.सिन्हा, सहायक महाप्रबंधक अरविन्द कुमार एवं प्रेम अग्निहोत्री उपस्थित रहे।

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