किसी को नहीं है कोरोना कहर की परवाह, लॉक डाउन के बाद भी खुली रहीं दुकानें

जिला मुख्यालय समेत मऊ, मानिकपुर, राजापुर, पहाड़ी, भरतकूप आदि कस्बों में सूबे के मुख्यमंत्री के आंशिक पाबंदी लाॅकडाउन...

किसी को नहीं है कोरोना कहर की परवाह, लॉक डाउन के बाद भी खुली रहीं दुकानें

जिला मुख्यालय समेत मऊ, मानिकपुर, राजापुर, पहाड़ी, भरतकूप आदि कस्बों में सूबे के मुख्यमंत्री के आंशिक पाबंदी लाॅकडाउन का कोई असर नहीं दिख रहा है। तकरीबन सभी स्थानों पर सभी दुकानें पहले की भांति खुल रही हैं। पुलिस का कहीं कोई नियंत्रण नहीं है। ऐसे में कोरोना बम यहां नहीं फूटेगा तो कहां फूटेगा।

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गुरुवार को जिला मुख्यालय समेत सभी कस्बों में तकरीबन सभी दुकानें खुली नजर आईं, जबकि कोरोना का कहर इस कदर बढ़ रहा है कि आये दिन तमाम लोग असमय काल के गाल में समा रहे हैं।

जिला प्रशासन के पास मौतों का कोई आंकड़ा नहीं है, जबकि विभिन्न कस्बों व जिला मुख्यालय में धधकती चितायें इस बात के संकेत हैं कि कोरोना का कहर विकराल रुप से जारी है। जिला मुख्यालय में चोरी-छिपे शराब का खुलेआम कारोबार हो रहा है।

इसी प्रकार गुटखा व्यापारियों के आगे जिला प्रशासन नतमस्तक है। पुलिस से आंख मिचैली कर गुटखा व्यापारियों के साथ शराब कारोबारियों की बल्ले-बल्ले है। इस लाॅकडाउन के माहौल में आखिर पुलिस क्यों इतनी शान्त है कि बाजार में खुली दुकानों को बन्द कराने की कोई पहल नहीं कर रही है। सब्जी विक्रेता, जनरल स्टोर, गुटखा, मोबाइल, कपड़ा आदि की दुकानों में लोग खुलेआम खरीददारी कर रहे हैं। कुछ लोग जिला मुख्यालय समेत विभिन्न स्थानों पर होटल भी चला रहे हैं।

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पुलिस का राउंड होते ही होटल बन्दकर बाहर बैठ जाते हैं। आखिर कब तक ये सब चलेगा। जगह-जगह लोग बाहर घूमते नजर आते हैं। पुलिस का चाबुक न चलने से सभी लोग रुपये कमाने में मस्त हैं। किसी को कोरोना के कहर की परवाह नहीं है।

हि स

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