उत्तर मध्य रेलवे ने अप्रैल-मई में माल ढुलाई राजस्व में 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की

वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रारंभ होते ही देश कोविड की दूसरी लहर की चपेट में आ गया और इससे आर्थिक..

उत्तर मध्य रेलवे ने अप्रैल-मई में माल ढुलाई राजस्व में 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की
उत्तर मध्य रेलवे

कोविड के बावजूद भी लोडेड टन भार में 56% की वृद्धि 

वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रारंभ होते ही देश कोविड की दूसरी लहर की चपेट में आ गया और इससे आर्थिक गतिविधियों की गति के लिए एक कड़ी चुनौती प्रस्तुत हुई। इस दौरान अपने आधारभूत चिकित्सा संरचना के माध्यम से महामारी के विरुद्ध संघर्ष करने के साथ ही, उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अप्रैल-मई 2021 में माल ढुलाई में 56% की वृद्धि दर्ज करके नई उपलब्धि हासिल की  है।

इस संदर्भ में मुख्य वाणिज्य प्रबंधक/माल भाड़ा विपणन, उत्तर मध्य रेलवे श्रीमती अनु मणि त्रिपाठी ने डॉटा साझा करते हुए कहा कि रेलवे ने महामारी के कारण आवश्यक वस्तुओं और अन्य माल ढुलाई में बाधा न आए, इसको सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की है । उन सभी गुड्स शेड और साइडिंग जहां कनसाइनमेंट को हैंडल किया जाता है वहां कोविड -19 से संबंधित सभी प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू किया गया ।

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अनु मणि त्रिपाठी ने आगे कहा कि, "फील्ड में हमारे अधिकारी आगे बढ़ कर उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए उद्योग के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए हुए हैं।"

टन भार के मामले में, उत्तर मध्य रेलवे ने अप्रैल-मई 2021 में 2020 में इस अवधि की तुलना में 56% की वृद्धि दिखाई, जबकि अर्जित राजस्व के मामले में, उत्तर मध्य रेलवे पिछले वर्ष की तुलना में 43% की वृद्धि हासिल की है।

अप्रैल-मई 2020 में अर्जित रुपये 200.75 करोड़ की तुलना में इस साल संचयी अर्जन रुपये 286.44 करोड़ रुपये रहा। 

रसूलपुर (कानपुर के निकट, झांसी मंडल), से पेट्रोलियम,  चुनार और परीछा से सीमेंट लोडिंग और रामगढ़ (आगरा मंडल) और मुरैना (झांसी मंडल) से डीओसी लोडिंग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। हालांकि, इस वृद्धि मे मुख्य भूमिका दादरी, कानपुर (दोनों प्रयाग राज मंडल) और मालनपुर (झांसी मंडल) जैसे विभिन्न कंटेनर लोडिंग डिपो की रही है।

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मुख्य वाणिज्य प्रबंधक/माल भाड़ा विपणन, उत्तर मध्य रेलवे श्रीमती अनु मणि त्रिपाठी ने आगे कहा कि, "स्टेशन से स्टेशन कनसेशन योजना' के तहत छूट की पेशकश के रूप में किए गए प्रभावी माल विपणन(फ्रेट मार्केटिंग) प्रयासों के परिणामस्वरूप,  एटा, दतिया, डबरा, मुरैना, होडल और हरपालपुर जैसे स्थानों से खाद्यान्नों के अतिरिक्त यातायात को आकर्षित किया जा सका है। 

इसी क्रम में श्री पी केओझा, मुख्य माल यातायात प्रबंधक (सीएफटीएम) / उत्तर मध्य रेलवे एवं कोऑर्डीनेटर बिज़नेस डेवलपमेंट यूनिट (बीडीयू), उत्तर मध्य रेलवे बताते हैं कि, " अप्रैल-मई 2020 में खाद्यान्न लोडिंग 67 (रेक की संख्या) थी, जबकि इस वर्ष इस अवधि में खाद्यान्न के 94 रेक लोड किए गए हैं" । इसके अलावा, उत्तर मध्य रेलवे में बलास्ट के रेक की संख्या में भी पिछले वर्ष के 26 रेक की तुलना में वित्तीय वर्ष के इन शुरुआती दो महीनों में 37 रेक की लोडिंग की गई है।

इस उपलब्धि पर , महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री वी.के. त्रिपाठी ने कहा कि “हालांकि पहले दो महीनों में एक सकारात्मक प्रवृत्ति स्पष्ट है, फिर भी हमें एक लंबा रास्ता तय करना है और पूरे वित्तीय वर्ष में यह गति बनाए रखनी है।“ श्री त्रिपाठी ने यह भी निर्देशित किया कि “जिन वस्तुओं के लदान में कमी आई है, उनका विश्लेषण किया जाना चाहिए और बीडीयू को इसे पुन: प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।

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