अब गर्भवती के कोरोना टीकाकरण को प्रदेश सरकार ने दी हरी झंडी

स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर, बुजुर्ग व 18 साल से अधिक आयु वर्ग के टीकाकरण के बाद अब गर्भवती को कोरोना वैक्सीन से प्रतिरक्षित करने की मंजूरी..

अब गर्भवती के कोरोना टीकाकरण को प्रदेश सरकार ने दी हरी झंडी
कोरोना टीकाकरण फाइल फोटो

स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर, बुजुर्ग व 18 साल से अधिक आयु वर्ग के टीकाकरण के बाद अब गर्भवती को कोरोना वैक्सीन से प्रतिरक्षित करने की मंजूरी मिल गई है।

स.म.ओ  बाँदा

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की तरफ से टीकाकरण को लेकर स्थिति स्पष्ट होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी अब गर्भवती के टीकाकरण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए सरकारी व निजी अस्पतालों से गर्भवती का डाटा जुटाया जा रहा है। 

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केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद अब प्रदेश सरकार ने भी इसे हरी झंडी दे दी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी कर कहा है कि कोरोना संक्रमण से गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आती है, जिससे  गर्भ में पल रहे शिशु को भी खतरा की संभावना बनी रहती है।

उन्होंने आईसीएमआर की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि कोविड टीकाकरण से गर्भवती को संभावित जोखिम के सापेक्ष टीकाकरण से ज्यादा लाभ है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एनडी शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारियों में जुटा है। शासन के निर्देश पर गर्भवती  का भी कोरोना टीकाकरण शुरू कर दिया गया। साथ ही गर्भवती के लिए अलग से टीकाकरण शिविर भी आयोजित किए जाएंगे। 

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मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि गर्भवती  के कोरोना संक्रमित होने के बाद शुरुआत में संक्रमण के लक्षण हल्के होंगे, लेकिन फिर तेजी से उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और इससे उनके पेट में पल रहे  बच्चे का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। इसीलिए यह महत्वपूर्ण है कि वह खुद को कोविड-19 से बचाने के लिए सभी तरह की सावधानी बरतें और टीका जरूर लगवा लें। 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि जिन गर्भवती  की उम्र 35 साल से अधिक है, जिनका वजन भी अधिक है और जिन्हें डायबिटीज या हाई बल्ड प्रेशर की समस्या है, उन्हें कोविड-19 संक्रमण का खतरा अधिक है। अगर महिला गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 की चपेट में आकर उससे उबर चुकी है तो वह टीके के लिए थोड़ा इंतजार कर सकती है, लेकिन प्रसव  के तुरंत बाद उसे वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए।

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