पन्ना : उत्तर प्रदेश के रेत माफियाओं का ताण्डव, पूरी रात होता है अवैध उत्खनन

एक सप्ताह के अंदर रेत के टेण्डर ओपन होने वाले हैं वहीं दूसरी ओर क्षेत्रीय भाजपा एवं कांग्रेस के नेताओं के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश के..

पन्ना : उत्तर प्रदेश के रेत माफियाओं का ताण्डव, पूरी रात होता है अवैध उत्खनन
उत्तर प्रदेश के रेत माफियाओं का ताण्डव, पूरी रात होता है अवैध उत्खनन..

एक सप्ताह के अंदर रेत के टेण्डर ओपन होने वाले हैं वहीं दूसरी ओर क्षेत्रीय भाजपा एवं कांग्रेस के नेताओं के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश के दबंग रेत माफिया बंदूकों के साये में पूरी रात लगभग एक पखवाडे से धरमपुर क्षेत्र में बागैं नदी की धारा रोककर विशालकाय एलएनटी मशीनों द्वारा रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन कर रहे हैं इसके पहले हफ्तों रास्ता बनता रहा और प्रशासन को जानकारी न लगे यह संभव नहीं लगता। कुल मिलाकर मिलीभगत से उक्त रेत का अवैध कारोबार चल रहा है।

पन्ना जिले में वैध रेत खदान का कारोबार बंद होने के बाद चुट पुट रूप से रेत का अवैध उत्खनन परिवहन होता रहा व समय समय पर कार्यवाहिया भी होती रही परंतु एक पखवाड़े से केन नदी में पूर्ण रूप से अवैध उत्खनन परिवहन बंद है जिससे रेत माफिया विचलित है व प्रशासनिक अमले ने केन नदी के सारे अवैध उत्खनन के जगहों पर सख्त पहरा लगाकर रेत चोरी पर विराम लगा दिया है।

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बता दें कि रेत माफियाओं को बिना रेत चोरी के विचलित है उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हुए ग्राम पंचायत अमरछी, तुलापुर, सुहावा एवं कटर्रा से निकलने वाली बागे नदी को यूपी के रेत माफियाओ ने अपना निशाना बनाया है व लगभग एक सप्ताह में उत्तर प्रदेश के गसरोट गांव से रास्ता बनाकर मध्य प्रदेश की बागे नदी की कटर्रा, सुहावा, तुलापुर एवं अमरछी ग्राम पंचायत में अवैध उत्खनन परिवहन शुरू कर दिया है।

इतनी भारी भरकम एलएनटी मशीन से रास्ता बनता रहा धरमपुर मंडल के नायब तहसीलदार सुरेंद्र कुमार एवं नरदहा चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह परिहार बेखबर रहे परंतु ग्रामीणों का कहना की उत्तर प्रदेश के रेत माफियाओ से नायब तहसीलदार व चौकी प्रभारी की साठ गांठ से यहां पर अवैध रेत का उत्खनन चालू किया गया है व अजयगढ़ मुख्यालय से दूर होने के कारण वहां के स्थानीय अधिकारियों की सहमति से कार्य हो रहा है जिसका यह उदाहरण है की हप्तो रास्ता बनने व नदी में रेत एकत्रित करने पर उक्त अधिकारियो द्वारा कोई कार्यवाही क्यों नही की गई जो मिली भगत के संदेह के दायरे में आता है।

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एवं कटरा ग्राम पंचायत की भौंगोलिक स्थिति ऐसी है कि मध्य प्रदेश की सीमा से बहने वाली बागे नदी बडेछा में जाके रूंज नदी में विलय हो जाता है बागे नदी धरमपुर क्षेत्र की क्षेत्रीय नदी है जो पहाड़ों से निकली है जिसमे अच्छे किस्म की रेत आती है जिससे उत्तर प्रदेश के रेत माफियाओं स्थानीय प्रशासन की साठ गांठ से रेत का अवैध उत्खनन परिवहन करते है व अधिकारी कर्मचारियो के पहुंचने पर उत्तर प्रदेश की सीमा में अपनी मशीनों को सुरक्षित कर लेते है।

उत्तर प्रदेश के रेत माफियाओं का ताण्डव, पूरी रात होता है अवैध उत्खनन..

एवं वही से बैठे बैठे रेत की चोरी करते रहते है जब अजयगढ़ तहसील में अवैध रेत का उत्खनन बंद तो बागे नदी पर हो रहे अवैध उत्खनन को भी शीघ्र बंद करवाया जाए और इस खेल में लिप्त अधिकारी कर्मचारियों की जांच करवाकर उचित कानूनी कार्यवाही की जाए। इस संबंध में मंडल धरमपुर के नायब तहसीलदार सुरेंद्र कुमार अहिरवार का कहना है कि बागे नदी में रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है अभी संज्ञान में लाया गया है मैंअधिनस्थ अमले से जांच करवाकर सही पाए जाने पर उचित कानूनी कार्यवाही करूंगा।

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हि.स

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