प्रमुख सचिव द्वारा सरकारी कार्यालयों को प्रतिदिन सैनिटाइजेशन कराने के निर्देश

सभी सरकारी कार्यालयों में सेनिटाइजेशन प्रतिदिन कराया जाए, वेन्टीलेटसर्, पी.पी.ई. किट व सेनेटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए जिससे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी संक्रमण से बच सके तथा नई पेयजल  योजनाओं का कार्य शीघ्र प्रारम्भ करने के लिए प्राथमिकता पर भूमि उपलब्ध करायी जाए...

प्रमुख सचिव द्वारा सरकारी कार्यालयों को प्रतिदिन सैनिटाइजेशन कराने के निर्देश
अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति

प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति अनुराग श्रीवास्तव ने उपरोक्त निर्देश सर्किट हाउस सभागार में कोविड-19, संचारी रोग, स्वच्छता अभियान तथा पेयजल आपूर्ति की समीक्षा हेतु सम्पन्न बैठक में दिये।

उन्होंने कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार सफाई अभियान चलाया जाए जिससे संचारी रोंगो को फैलने से रोका जा सके।  शहरी क्षेत्रों में नालों की सफाई करा ली जाए जिससे जल भराव की समस्या न हो। जिन विभागों के अधिकारी व कर्मचारी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ड्यूटी कर रहे हैं, उन्हें प्रीवेन्टिव रूप में दवायें दी जायें जिससे वे स्वयं तथा उनका परिवार कोरोना संक्रमण से बच सके। प्रमुख सचिव श्रीवास्तव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि ओ.पी.डी. सेवायें लगातार संचालित रखी जायें तथा मरीजों को अस्पताल से ही दवा उपलब्ध करायी जायें। जहां कोविड-19 के रोगी पाये जाते हैं वहां कान्ट्रेक्ट टेªसिंग का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता पर किया जाए तथा जो लोग ज्यादा सम्पर्क में रहे हैं उनका यथा शीघ्र टेस्ट कराया जाए।

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श्री श्रीवास्तव ने बैठक के उपरान्त विकास भवन में स्थापित एकीकृत कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर का निरीक्षण किया तथा निर्देश दिये कि इस सेन्टर के माध्यम से संक्रमित व्यक्तियों की लगातार निगरानी की जाए। उन्होंने एन.आर.एल.एम. द्वारा विकास भवन में स्थापित कैन्टीन भी देखी व समूह द्वारा संचालित कैन्टीन की प्रशंसा की। इसके पश्चात प्रमुख सचिव ने अतर्रा में नरैनी रोड स्थित कन्टेनमेन्ट जोन का निरीक्षण किया तथा निर्देश दिये कि संक्रमित व्यक्तियों की सर्तकता से निगरानी की जाए। इसके उपरान्त बदौसा के निकट ग्र्राम पंचायत तुर्रा में प्राकृतिक जल कुण्ड देखा तथा निर्देश दिये कि प्राकृतिक जल स्रोतों का संरक्षण किया जाए।

 जनपद में 35 हाॅट स्पाट क्षेत्र

जिलाधिकारी अमित सिंह बन्सल ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में अब तक 16398 टेस्ट कराये जा चुके हैं। उन्होंनेे बताया कि जनपद में 35 हाॅट स्पाट एरिया हैं जिसमें सबसे अधिक बांदा तथा अतर्रा में हैं। श्री बन्सल ने बताया कि जनपद की 470 ग्र्राम पंचायतों व 642 राजस्व ग्रामों में डोर टू डोर सर्विलान्स का कार्य कराया गया है।टेस्टिंग लैब का कार्य शुरू करा दिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि 67 सरकारी व प्राइवेट चिकित्सालयों, सभी थानों, नगरपालिका व नगर पंचायत कार्यालयों तथा सभी प्रमुख कार्यालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना करा दी गयी है।

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बैठक में अपर जिलाधिकारी वि./रा. संतोष बहादुर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह चैहान, नगर मजिस्टेªट सुरेन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संतोष कुमार, प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल काॅलेज डा. मुकेश यादव, चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल डाॅ. एस.एन.मिश्रा, उप निदेशक सूचना भूूपेन्द्र सिंह यादव, प्रभागीय वनाधिकारी संजय अग्रवाल, जिला पंचायत राज अधिकारी संजय यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद सिंह तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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