होनहार खेल प्रतिभाएं आर्थिक तंगी से आत्महत्या को मजबूर

बांदा, देश व प्रदेश में सरकार द्वारा खेल व खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन इन योजनाओं..

होनहार खेल प्रतिभाएं आर्थिक तंगी से आत्महत्या को मजबूर
होनहार खेल प्रतिभाएं आर्थिक तंगी से आत्महत्या..

बांदा, देश व प्रदेश में सरकार द्वारा खेल व खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन इन योजनाओं  का लाभ जरूरतमंद होनहार खिलाड़ियों को नहीं मिल पा रहा है। जिससे उन्हें आत्महत्या को मजबूर होना पड़ रहा  है। इसकी ताजा बानगी बांदा का क्रिकेटर मनीष सिंह है। जिसने आर्थिक तंगी के चलते मौत को गले लगा लिया। इस घटना से जिले के खिलाड़ियों में गहरा आक्रोश व्याप्त है।

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शहर के शांति नगर मोहल्ले में रहने वाला मनीष सिंह क्रिकेट खेलने में माहिर था। 20 वर्षीय मनीष सिंह को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था इसलिए उसने डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में पंजीकरण कराकर स्टेडियम में खेलना शुरू किया। देखते ही देखते वह क्रिकेट का अच्छा खिलाड़ी बन गया। उसे स्टेडियम की टीम से प्रदेश के कई जनपदों में खेलने के लिए भेजा गया। जहां उसके प्रदर्शन के लिए न सिर्फ सम्मानित किया गया बल्कि प्रमाण पत्र भी दिए गए।

वह क्रिकेट में अपना कैरियर बनाना चाहता था लेकिन आर्थिक तंगी के कारण आगे नहीं बढ़ रहा था। पिता राम मूरत सिंह महाराणा प्रताप चौराहे के पास सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। आर्थिकी तंगी के कारण ही वह मनीष को पढ़ा पा रहे थे और न ही उसके क्रिकेट खेलने को शौक को पूरा कर पा रहे थे। यही वजह थी कि मनीष अंदर ही अंदर टूटने लगा और थक हार कर  20 अक्टूबर को उसने मौत को गले लगा लिया।

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इस घटना से खिलाड़ियों को गहरा सदमा लगा है। मृतक खिलाड़ी मनीष सिंह के साथ खेलने वाले मानस त्रिपाठी, ज्ञान सिंह यादव ,अमित यादव, संदीप पांडे, विभव त्रिवेदी, अमन द्विवेदी, प्रभाकर यादव, प्रशांत सिंह, सूर्यवंशी गौर, अभिषेक तोमर, शोभा देवी व प्रज्ञा द्विवेदी आदि ने दिवंगत खिलाड़ी के  परिजनों को शासन से आर्थिक सहायता देने की मांग की है।

शुक्रवार को सपा के खेलकूद प्रकोष्ठ (स्पोटर्स विंग) के प्रदेश प्रभारी हसनुद्दीन सिद्दीकी ने  मनीष के परिजनोें से मिलने के बाद कहा कि भाजपा सरकार में खेल प्रतिभाएं आत्महत्या कर रहीं हैं। बांदा में क्रिकेटर की आत्महत्या बानगी है।

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