किसी के भी हस्ताक्षर में गणपति का चित्र बनाने के विशेषज्ञ हैं रोहित

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेली चितेरी कला के गमछे व कालपी में स्थित सूर्य मंदिर के प्रतीक के..

किसी के भी हस्ताक्षर में गणपति का चित्र बनाने के विशेषज्ञ हैं रोहित

जालौन/झांसी,

  • बुंदेली गमछा और सूर्य का चित्र बनाने वाले रोहित अबतक बना चुके हैं गणेश के 10,108 चित्र

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेली चितेरी कला के गमछे व कालपी में स्थित सूर्य मंदिर के प्रतीक के रूप में भगवान सूर्य का चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया। इसे बनाने वाले जालौन जिले के प्रसिद्ध चित्रकार 38 वर्षीय रोहित विनायक ने फाइन आर्टस में एमए किया है। वह अब तक भगवान गणेश की विभिन्न मुद्राओं में दस हजार एक सौ आठ चित्र बना चुके हैं। रोहित की एक और विशेषता है। वह यह कि कोई भी व्यक्ति अपने हस्ताक्षर कैसे भी बनाये वह उसके हस्ताक्षर में ही गणपति का चित्र बना देते हैं। बुंदेलखंड न्यूज़ के जालौन जिला के संवाददाता से वार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में रोहित विनायक ने बताया कि बुंदेली चितेरी कला बुंदेलखंड में विलुप्त हो रही है।

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वह पिछले 22 वर्षों से इस कला को बचाने और इसका संवर्धन करने में लगे हुए हैं। जब बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लोकार्पण कार्यक्रम की बात चली तो झांसी मंडल के आयुक्त डॉ अजय शंकर पांडे और जिलाधिकारी जालौन श्रीमती चांदनी सिंह ने उनसे इस बारे में विस्तार से बातचीत की। फिर झांसी मंडल के आयुक्त श्री पांडे ने प्रधानमंत्री और राज्यपाल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से इस कार्यक्रम में बुंदेली गमछा तथा कालपी के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर,जहां से डायमंड हर्बर और कोणार्क के बाद कालपी के सूर्य मंदिर से ही सबसे अच्छा सूर्य ग्रहण दिखाई देता है।

इसलिए सूर्य मंदिर का प्रतीक भगवान सूर्य के चित्र को बुंदेली चितेरी कला के रुप में बनाने को कहा। प्रदेश सरकार ने एक जिला एक उत्पाद के तहत कालपी के प्रसिद्ध हस्त निर्मित कागज पर यह चित्र बनाने की बात कही। इसके बाद उन्होंने बुंदेली चितेरी कला के आधार पर कालपी के हस्त निर्मित कागज पर यह सूर्य का चित्र बनाया,जिसे मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को इस स्मृति चिन्ह के तौर पर भेंट किया।

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  • 2 मीटर के गमछे पर चितेरी कला के बनाए जाते हैं 8 चित्र

एक सवाल के जवाब में चित्रकार रोहित विनायक ने बताया कि 2 मीटर के रेशमी कपड़े पर बुंदेली गमछे के रूप में बुंदेली चितेरीकला के 8 चित्र बनाये जाते हैं। इन चित्रों में मंडप और कलश, जालौन जिले के परासन ग्राम की प्रसिद्ध वेतवा नदी में पितृ पक्ष में पितर के रुप मे आने वाली मछली, लोक वाद्य रमतूला, ढोलक तथा हाथ में कमल पुष्प लिए महिलाएं बनाई जाती हैं।

इन आठ बुंदेली चितेरी कला से सजा हुआ यह बुंदेली गमछा आज प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब प्रधानमंत्री मोदी को भेंट किया तो उन्होंने इस बुंदेली भेट को बहुत ही आत्मीयता से ग्रहण किया।

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हि.स

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