कार्तिक पूर्णिमा में कालिंजर में लगने वाले मेले को मुख्यमंत्री ने राजकीय मेले का दिया दर्जा

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जनपद के ऐतिहासिक कालिंजर दुर्ग पहुंचकर वहां आयोजित...

कार्तिक पूर्णिमा में कालिंजर में लगने वाले मेले को मुख्यमंत्री ने राजकीय मेले का दिया दर्जा

बुंदेलखंड के जर्जर हो रहे दुर्गों का आपस में जोड़कर किया जायेगा जीर्णोद्धार
बांदा, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जनपद के ऐतिहासिक कालिंजर दुर्ग पहुंचकर वहां आयोजित कालिंजर महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने दुर्ग में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले कालिंजर महोत्सव को राजकीय मेले का दर्जा देने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने कालिंजर दुर्ग समेत बुंदेलखंड के सभी दुर्गों को आपस में जोड़कर उनका जीर्णोद्धार करवाने की घोषणा की और पर्यटन विभाग को निर्देश दिए कि कालिंजर दुर्ग में होटल आदि स्थापित करा कर पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाएं। ताकि स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सके।

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मुख्यमंत्री ने लगभग 44 मिनट के अपने भाषण के दौरान बुंदेलखंड में सरकार द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों की उपलब्धियां गिनाई। इसके बाद उन्होंने कालिंजर दुर्ग के इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि यह धरती ऋषि मुनियों की धरती है। यह परिक्षेत्र भगवान राम के वनवास काल का भी अभिन्न अंग रहा है। अनेक ऋषि-मुनियों ने यहां पर तपस्या की है। इस दुर्ग की बेटी वीरांगना दुर्गावती को कौन भुला सकता है। हमारी सरकार ने भी वीरांगना दुर्गावती के नाम पर इस जिले में स्थापित मेडिकल कॉलेज का नामकरण किया है। इस दुर्ग का चंदेल कालीन राजाओं ने निर्माण कराया था और शेरशाह सूरी जिसने हुमायूं को खदेड़ दिया था। उसने भी कालिंजर दुर्ग पर आक्रमण किया था लेकिन युद्ध के दौरान घायल हुआ और इसी दुर्ग में उसकी मौत हो गई। इसी दुर्ग में भगवान नीलकंठेश्वर का मंदिर है। आदिकाल से भगवान भोलेनाथ की हम लोग पूजा करते हैं। ऐसे धार्मिक ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल की अब उपेक्षा नहीं होगी। इसका भरपूर विकास किया जाएगा। पर्यटन विभाग इसमें होटल आदि की व्यवस्था कराएं और स्थानीय युवकों को गाइड के रूप में प्रशिक्षित किया जाए।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से बुंदेलखंड के सभी जर्जर हो रहे दुर्गों को आपस में जोड़कर जीर्णोद्धार कराया जाएगा।  कहा कि जो बुंदेलखंड पानी के लिए तरसता था अब वहां हर घर जल परियोजना से माताओं बहनों की समस्या का समाधान होगा। साथ ही इसी क्षेत्र से जुड़े चित्रकूट में बन रहे सैन्य कारीडोर में बनने वाली तोपे जब गरजेंगी तो पाकिस्तान भी कांप उठेगा। प्रदेश की राजधानी में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में 35 लाख करोड़ों का निवेश किया गया है। इसमें बुंदेलखंड के लिए साढ़े चार लाख करोड़ निवेश किए गए हैं। इससे जब यहां उद्योग लगेंगे तो युवाओं को बाहर रोजगार के लिए नहीं जाना पड़ेगा। इस अवसर पर उन्होंने कई लाभार्थियों को सरकारी योजनाओं से संबंधित प्रमाण पत्र सौंपा और 302 परियोजनाओं का बटन दबाकर शिलान्यास लोकार्पण किया

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इस कार्यक्रम में बांदा चित्रकूट सांसद आरके सिंह पटेल, हमीरपुर सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, बांदा विधायक प्रकाश द्विवेदी नरैनी विधायक ओम मणि वर्मा पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा, रमेश चंद्र द्विवेदी, जिला प्रभारी कमलावती, जिला अध्यक्ष संजय सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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