गौशाला में आधा दर्जन गोवंशों की मौत के लिए कमिश्नर ने एसडीएम व ईओ को दोषी ठहराया

बांदा जिले में नगर पालिका परिषद अतर्रा द्वारा संचालित कान्हा गौशाला में भूख के कारण, आधा दर्जन गोवंशों की मौत की खबर पर...

गौशाला में आधा दर्जन गोवंशों की मौत के लिए कमिश्नर ने एसडीएम व ईओ को दोषी ठहराया

बांदा जिले में नगर पालिका परिषद अतर्रा द्वारा संचालित कान्हा गौशाला में भूख के कारण, आधा दर्जन गोवंशों की मौत की खबर पर, चित्रकूट मंडल के कमिश्नर आरपी सिंह और डीआईजी विपिन मिश्रा शनिवार को इस गौशाला में पहुंचे। पूरे गौशाला का सघन निरीक्षण किया। इसके बाद गोवंशों की मौत के लिए सीधे-सीधे नगर पालिका परिषद के ईओ और एसडीएम अतर्रा को दोषी ठहराते हुए, इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी बांदा की अध्यक्षता में जांच टीम गठित कर दी।

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बताते चलें कि जनपद के अतर्रा कस्बे में नगर पालिका परिषद अतर्रा द्वारा बदौसा रोड पर कान्हा गौशाला का संचालन किया जा रहा है। इस गौशाला में भूख के कारण गोवंशों की मौत की जानकारी मिलने पर भाजपा मंडल अध्यक्ष वेद निराला अपने दो सदस्यीय टीम के साथ शुक्रवार को इस गौशाला में पहुंचे। उनका कहना है कि गौशाला के भूसा भंडार में दो गाय मृत पड़ी थी। जिनकी आंखों को चील कौवे नोच कर खा गए थे। इनकी आंखों से खून बह रहा था। उन्होंने बताया कि इसी तरह 4 गोवंश मरणासन्न हालत में गौशाला के बाहर तड़प रही थी। मौके पर मवेशियों के लिए बनाई गई चरही और भूसा भी नदारद मिला। जिसके कारण भूख से तड़प रही गौशाला की गायें जमीन पर पड़े सड़े हुए भूसे को खाकर भूख मिटाते हुए दिखाई पड़ी।

इस भाजपा नेता ने गौशाला की दुर्दशा के बारे में पार्टी के नेताओं को अवगत कराया। इस बीच पूरे मामले की जानकारी उप जिला अधिकारी विकास यादव को हुई तो उसी दिन उन्होंने नगरपालिका कर्मचारियों को बुलाकर गौशाला की अव्यवस्थाओं को ठीक कराया। भाजपा नेता वेद निराला का आरोप है कि आनन-फानन में नगर पालिका और एसडीएम के द्वारा गौशाला की खामियां छुपाने की कोशिश की गई। जबकि उसी दिन आधा दर्जन गोवंशों की मौत हुई है। वही गौशाला में तैनात पशु चिकित्सक डॉक्टर लघु चंद अहिरवार ने स्वीकार किया कि भूख के कारण गोवंशों की मौत हुई है।

इसी तरह गौशाला के नजदीक रहने वाले ग्रामीणों ने भी बताया कि यहां प्रतिदिन दो से तीन गोवंशों की मौत हो जाती है। इसके बाद नगर पालिका के कर्मचारी उठाकर उन्हें खुले मैदान में फेंक देते हैं। जिसके कारण शव के दुर्गंध से विभिन्न संक्रामक बीमारियां आसपास फैल रही हैं।

इधर पशु चिकित्सक ने गोवंशों की मौत के लिए नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी राम सिंह को जिम्मेदार बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। जबकि इस चिकित्सक की ड्यूटी बीमार गोवंश की देखरेख करना है। वही शनिवार को कमिश्नर आरपी सिंह और डीआईजी विपिन मिश्रा तहसील दिवस में पहुंचे। जहां भाजपा के नेताओं ने गौशाला में गौवंशों की मौत के मामले से अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग की। इस पर दोनों अधिकारियों ने गौशाला पहुंचकर बारीकी से निरीक्षण किया और एसडीएम व ईओ को जिम्मेदार ठहराते हुए जांच कमेटी गठित कर दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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