इस नए एक्सप्रेसवे का काम बहुत जल्द जमीन पर दिखने लगेगा

मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे का काम बहुत जल्द जमीन पर दिखने लगेगा। एक्सप्रेसवे के पहले चरण मेरठ से बदायूं के ..

इस नए एक्सप्रेसवे का काम बहुत जल्द जमीन पर दिखने लगेगा

मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे का काम बहुत जल्द जमीन पर दिखने लगेगा। एक्सप्रेसवे के पहले चरण मेरठ से बदायूं के बीच जमीन पर खुदाई का काम लगभग हो गया है। बारिश खत्म होने पर तेजी से काम होगा। मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे के काम को तेजी से कराने के लिए 594 किमी के पैकेज को चार चरण में बांटा गया है।  पहला चरण 129.700 किलोमीटर का मेरठ से बदायूं के बीच का है। पहले चरण का काम आईआरबी कंपनी को दिया गया है।दूसरे, तीसरे और चौथे चरण के 464.247 किलोमीटर का काम अडानी ग्रुप के पास है। चारों चरण में जमीन पर काम के लिए अधिग्रहित अथवा यूपीडा की ओर से भूस्वामियों से खरीदी गई जमीन को तैयार करने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। दैनिक प्रगति रिपोर्ट अपडेट की जा रही है।

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  • निर्माण सामग्री के साथ पहुंच गई हैं मशीनें

बिनावर और दातागंज में कार्यदायी संस्था ने निर्माण सामग्री का स्टोर बना लिया है। निर्माण सामग्री के साथ मशीनें भी आ चुकी हैं। माना जा रहा है कि पेड़ों का कटान पूरा होते ही एक तरफ से निर्माण कार्य होने लगेगा। योगी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना गंगा एक्सप्रस-वे की जिले में 92 किमी की लंबाई है।

  • बदायूं के 83 गांवों से गुजरेगा गंगा एक्सप्रेस-वे

बिसौली, बिल्सी, बदायूं और दातागंज तहसील क्षेत्र के 83 गांव प्रभावित हो रहे हैं। किसानों की भूमि अधिग्रहण के साथ समतलीकरण का काम तो पहले ही शुरू हो गया था। मार्ग में आ रहे पेड़ बाधक बन रहे थे। इन पेड़ों को कटवाने के लिए पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति मांगी गई थी।

  • वन विभाग के 1532 पेड़ कटेंगे

वन विभाग के 1532 पेड़ों को कटवाने के लिए वन निगम को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। जगह-जगह पेड़ों का कटान भी शुरू हो चुका है। निर्माण शुरू कराने के लिए कार्यदायी संस्था ने जिले में दो स्थानों पर गोदाम बनाकर निर्माण सामग्री एकत्रित करनी शुरू कर दी है। छह लेन के बनने वाले एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि समतलीकरण के बाद ऊंची करके पक्का निर्माण शुरू किया जाएगा। पेड़ों का कटान न हो पाने से काम में गति नहीं आ पा रही थी। माना जा रहा है कि अगले कुछ महीने में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।दातागंज के निकट पापड़ हमजापुर का उच्च प्राथमिक विद्यालय भी ध्वस्त कराया जाएगा। जब तक विद्यालय भवन का निर्माण नहीं हो जाता तब तक गांव के पंचायत भवन में पठन-पाठन जारी रखने का भी निर्णय लिया गया है।

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  • क्या कहते हैं अधिकारी

डीएफओ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि शासन से अनुमति मिल जाने के बाद पेड़ों का कटान की जिम्मेदारी वन निगम को दे दी गई है। 428 प्रतिबंधित पेड़ चिह्नित किए गए हैं। उनको कटवाने के लिए अनुमति मांगे जाने पर शुल्क जमा कराकर स्वीकृति दी जाएगी। बदायूं जिलाधिकारी दीपा रंजन का कहना है कि गंगा एक्स्रपेस-वे का निर्माण कार्यदायी संस्था करा रही है। कंपनी को जहां कहीं काम में बाधा आ रही है जिला प्रशासन उसका निराकरण करा रहा है। जिले में जगह-जगह काम चल रहे हैं, उम्मीद है निर्धारित समय से काम पूरा हो जाएगा।

रिपोर्ट के अनुसार गंगा एक्सप्रेसवे को लेकर मेरठ से बदायूं का काम नंबर-1 पर चल रहा है। यह पैकेज 129.700 किलोमीटर का है, जिसमें से 104.550 किलोमीटर में जमीन फाइनल कर खुदाई का काम पूर्ण हो चुका है। इस तरह 80 प्रतिशत से अधिक जमीन तैयार हो चुकी है। अब करीब 20 प्रतिशत जमीन तैयार होने के बाद मिट्टी का काम प्रारंभ हो जाएगा। दूसरे चरण में 73.18 प्रतिशत, तीसरे चरण में 60.19 प्रतिशत और चौथे चरण में 56.17 प्रतिशत प्रगति हुई है। कुल मिलाकर मेरठ से प्रयागराज तक 66.91 प्रतिशत काम अभी हुआ है।

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