यूपी : जमकर बरस रहे बादल, आसमान में छाये बादलों से अभी और होने के आसार

बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से उत्तर प्रदेश के ऊपर मानसूनी सिस्टम तेजी से सक्रिय हो गया है। उत्तर भारत की ओर आ रही हवाएं नमी..

यूपी : जमकर बरस रहे बादल, आसमान में छाये बादलों से अभी और होने के आसार
उत्तर प्रदेश बारिश फाइल फोटो..

सामान्य से नीचे पहुंचा तापमान, फसलों के लिए संजीवनी बनी बारिश

बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से उत्तर प्रदेश के ऊपर मानसूनी सिस्टम तेजी से सक्रिय हो गया है। उत्तर भारत की ओर आ रही हवाएं नमी लेकर आ रही हैं, जिससे देर रात से बारिश हो रही है।

उत्तर प्रदेश बारिश फाइल फोटो..

हालांकि स्थानीय स्तर पर तेज हवाओं के साथ कहीं-कहीं तेज बारिश भी हो रही है। बारिश के साथ आसमान में छाये बादल से मौसम सुहाना हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि इन दिनों हो रही बारिश फसलों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है।

यह भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश में तेज बारिश के बने आसार, 37 जिलों को किया गया अलर्ट

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पांडेय ने बुधवार को बताया कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवा का क्षेत्र बन गया है। मैदानी क्षेत्रों की ओर नमी लिए हवाएं आ रही हैं। इसके साथ ही अरब सागर से भी हवा आ रही है।

उत्तर प्रदेश बारिश फाइल फोटो..

राजस्थान और उत्तर प्रदेश के ऊपर क्षेत्रीय चक्रवात विकसित हो गया है और बादलों की टर्फ लाइन मध्य प्रदेश के पास पहुंच गई है। इसके चलते मौसम के एक बार फिर से बदलने से बारिश ने रफ्तार पकड़ ली है। कानपुर के शहरी इलाके में तो देर रात कम बारिश हुई लेकिन ग्रामीण इलाकों में स्थानीय स्तर पर अधिक बारिश हुई है।

यह भी पढ़ें - 69 हजार शिक्षक भर्ती मामला : मुख्यमंत्री आवास व भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन

इसके साथ ही मौसम की जिस प्रकार की गतिविधियां बनी हुई हैं उससे आगामी दिनों में भी बारिश होती रहेगी, साथ ही आसमान में बादल छाये रहेंगे। इस प्रकार के सुहाने मौसम से जहां लोगों को उमस भरी गर्मी से सुकून मिल रहा है तो वहीं किसानों के चेहरे भी अपनी फसलें देखकर खिल गये हैं। यह बारिश धान की फसल के लिए बहुत ही लाभदायक है।

उत्तर प्रदेश बारिश फाइल फोटो..

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि, देश भर में बने मौसमी सिस्टम उत्तर-मध्य मध्य प्रदेश पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ गया है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है।

यह भी पढ़ें - बिकरु कांड के तीन और अभियुक्तों पर रासुका लगाने की तैयारी में पुलिस

एक ट्रफ रेखा कर्नाटक तट से केरल तट तक फैली हुई है। उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। ऐसे में अगले 24 घंटों के दौरान, उत्तर पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, कानपुर मण्डल सहित उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी हिमालय, बिहार, पश्चिम बंगाल सिक्किम और गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती हैं।

उत्तर प्रदेश बारिश फाइल फोटो..

झारखंड, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर कुछ देर के लिए तेज बारिश संभव है। राजस्थान के बाकी हिस्सों मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, ओडिशा और विदर्भ में हल्की से मध्यम बारिश संभव हैं।

यह भी पढ़ें - बृज तीर्थ विकास परिषद के तर्ज पर चित्रकूट धाम विकास बोर्ड बनाएगी यूपी सरकार

हि.स

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
1
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1