टेक्नोलॉजी का उपयोग गरीबों के उत्थान में करें : द्रौपदी मुर्मू

रांची स्थित नामकुम में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) के दूसरे दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू..

टेक्नोलॉजी का उपयोग गरीबों के उत्थान में करें : द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी उपाधियां

10 पदक विजेताओं में आठ लड़कियां शामिल

बेटियों के सम्मान में राष्ट्रपति ने बजवाई तालियां

रांची, रांची स्थित नामकुम में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) के दूसरे दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल हुईं। उन्होंने 2019-23 सत्र के बीटेक के 102 विद्यार्थियों, 2021-23 सत्र के एमटेक के छह और पीएचडी के एक विद्यार्थी को डिग्री प्रदान किया। विशेष रूप से बेटियों के सम्मान में तालियां भी बजवाईं। साथ ही डिग्री पाने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।


समारोह में बीटेक के दो ब्रांच कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के टॉपर विद्यार्थियों के बीच एक-एक गोल्ड व एक-एक सिल्वर मेडल प्रदान किया। साथ ही एमटेक के दो ब्रांच- कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विद स्पेशलाइजेशन इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ईसीसी विद स्पेशलाइजेशन इन एंबेडेड सिस्टर एंड आईओटी के टॉपरों को एक-एक गोल्ड मेडल भी दिया।

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समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पदक विजेता 10 स्टूडेंट्स में आठ लड़कियां शामिल हैं। लड़कियों ने बता दिया है कि वो कम नहीं है। इसलिए उनके सम्मान में तालियां होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पदक विजेताओं की संख्या में छात्राओं की संख्या अधिक होना इस संस्थान में छात्राओं की संख्या बढ़ाएगी।उन्होंने कहा मैं सभी 109 विद्यार्थियों को बधाई देती हूं। कुल विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या कम है लेकिन विजेता में अधिक हैं। मैं कहूंगी कि यह उपलब्धि है। यहां छात्राओं की संख्या बढ़े यह कामना भी करती हूं। यह संस्थान आने वाले समय में रिसर्च हब के रूप में परचम लहराएगा।

उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग गरीबों के उत्थान में करें। अनुसंधान के लिए युवाओं को आगे आने की जरूरत है। साथ ही वैश्विक चुनौतियों और पर्यावरण में हो रहे बदलाव की दिशा में भी कार्य करें। राष्ट्रपति ने कहा कि यह राष्ट्र का एक सम्मानित संस्था है। अपने स्थापना के कुछ वर्ष में ही संस्थान के छात्रों और फैकल्टी ने ज्ञान संरक्षण को स्थापित किया है। ट्रिपल आईटी रांची में स्टेट ऑफ आर्ट प्रयोगशाला है। क्वांटम कंप्यूटिंग की पढ़ाई यहां हो रही है। मूर्मु ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर उच्च गुणवत्तायुक्त शोध पर प्राथमिकता देने की बात कही। साथ ही कहा कि स्टार्टअप-इंक्यूबेशन सेंटर के माध्यम से इनोवेशन और नवाचार को बढ़ावा दिया जाये। ट्रिपल आइटी एक बेहतर इंक्यूबेशन सेंटर बनायेगा।

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इंटरप्रेन्योर कल्चर को बढ़ाया जा रहा

राष्ट्रपति ने कहा कि ने आज इंटरप्रेन्योरशिप कल्चर को बढ़ाया जा रहा है। देश के विकास में नवाचार और अनुसंधान जरूरी है। इससे नये डिजाइनों और अभिनव को विकसित किया जा सकता है। भारत में उच्च शिक्षण संस्थान अपने शोध को आगे बढ़ायेंगे। नवाचारों के माध्यमों से नागरिकों का कल्याण करेंगे। प्रौद्योगिकी का उपयोग सामाजिक न्याय के लिए किया जाना चाहिए। आधुनिक और किफायती तकनीक आने से डिजिटल लिटरेसी में सुधार हो रहा है। भारत की डिजिटल इकॉनॉमी में कई देशों को मार्ग दिखा रही हैं। क्या हम पहले सोच सकते हैं कि डिजिटल करेंसी के माध्यम से हम साग-सब्जी खरीद सकते हैं। किसी ने यह नहीं सोचा था कि टेक्नोलॉजी के जरिये महिलाएं एक बेहतर उद्यम बन सकती हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के जीडीपी में टेक्नोलॉजी का योगदान दो प्रतिशत से कम था, वह नौ फीसदी हो गया है। इंटरनेट का पेनांग बढ़ा है। छोटे शहरों में रहने वाले युवक डाटा साइंटिस्ट, पर्यावरण वैज्ञानिक और अन्य नये क्षेत्रों में जाना चाहते हैं। एक लाख से अधिक स्टार्ट अप इकोसिस्टम तैयार किया जा चुका है। टेक्स्ट स्टार्टअप इको सिस्टम को और गति दे रहे हैं। आम लोगों तक यह तकनीक पहुंचनी चाहिए, जिससे सभी का समेकित विकास होगा। आपको अपनी सोच ओर काम में हॉलिस्टिक एप्रोच अपनाना होगा।

सकारात्मक हो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल

राष्ट्रपति ने कहा कि आज हम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के युग में पहुंच रहे हैं। इसका सर्वोत्तम उपयोग करके इफिसिएंसी बढ़ानी होगी। आप अधिक रचनात्मक और संवेदनशील कार्यों पर काम कर पायेंगे। दिव्यांग, सीनियर सिटिजन तथा अन्य की सहायता के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करें।

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प्रतिभा और रुचि के अनुसार आगे बढ़ें

उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप अपनी प्रतिभा और रुचि के साथ आगे बढ़ें। हमेशा कुछ नया सीखें और जो भी करें, उसमें उत्कृष्टता को आगे बढ़ायें। देश की संस्कृति और विरासत को भी जानें। देश को वैश्विक स्तर पर पहचान मिल रही है। क्लाइमेट चेंज भी हो रहा है। कम सुविधा संपन्न लोगों के जीवन में आई का उपयोग करें। ऐसे कार्य जरूर करें, जिससे दूसरों का जीवन बेहतर बने। युवाओं में समाज और राष्ट्र को बदलने की व्यापक क्षमता होती है। हम युवाओं को सही दिशा दिखायें। देश और समाज की प्रगति में उन्हें प्रोत्साहित करें।

समाज के लिए हमेशा इनोवेटिव होकर सोचें : राज्यपाल

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि आप स्टूडेंट्स बेस्ट माइंड हैं। हमेशा बेहतर करने की सोचें। अपने ज्ञान का इस्तेमाल समाज की बेहतरी के लिए करें। हमेशा यह प्रयास करें कि समाज के लिए कुछ इनोवेटिव होकर सोचें। हारने की न सोचे और न ही इससे डरने की जरूरत है। अगर आप फेल हो रहे हैं तो समझिए कि आप कुछ बेहतर करने की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।

राज्यपाल ने कहा कि ट्रिपल आईटी के स्टूडेंट्स का पैकेज बेहतर हो रहा है। 20 लाख से बढ़ कर अब 80 लाख तक पहुंच गया है। देश के बहुत सारे विद्यार्थी हैं, जो भारतीय प्रबंधन संस्थान और आईआईटी में प्रवेश नहीं पाते हैं। उन्होंने कहा है कि कई मेधावी छात्रों को आईटीआई में भी जगह नहीं मिलती है। कैरियर बनाने के लिए एजुकेशन के आदर्शों को स्थापित करें। गरीबी उन्मूलन के कार्यक्रमों में भी शिरकत करें।

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डिजिटल स्किल्ड यूनिवर्सिटी खोलेंगेः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जमाना तकनीक का है। कौशल को निखारने का है। हमारा प्रयास है कि कम पढ़े लिखे युवा अपने स्किल को मांज कर आगे बढ़ें। राज्य सरकार ने इसके लिए प्रयास किया है। सरकार ने डिजिटल स्किल यूनिवर्सिटी की परिकल्पना की है। यह 400 करोड़ रुपये से बनेगा, जहां कम पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा।

उन्होंने कहा कि ढेरों कंपनियां, कई सारे उदाहरण आपके जेहन में हैं, बिल्कुल मानव रहित, मशीन ऑपरेटेड काम करा रही हैं। मोबाइल बनाने से लेकर भारी वाहन मशीनों से बन रहे हैं। पहले स्किल्ड मजदूर इन उद्योगों को चलाते थे। अब प्रतिस्पर्द्धा का दौर है। उसी लिहाज से व्यवस्थाएं भी खड़ी हो रही हैं। बेहतर शिक्षा आपको ट्रिपल आईटी से मिली है। आगे के सफर में यह शिक्षा आपके लिए उपयोगी साबित होगी। इसी कड़ी में हमलोगों ने निर्णय लिया है। हमलोग स्किल डेवलपमेंट चला रहे हैं।

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राष्ट्रपति ने इन टॉपरों को किया सम्मानित

बीटेक

गोल्ड मेडल (सीएसइ)-सविता नंदन

इसीइ-शिवांगी सांगवान

एमटेक (सीएसइ)- विभा

इसीइ- अंकिता कुमारी

बीटेक

बेस्ट गर्ल मेडल- शिवांगी सांगवान

इंस्टीट्यूट मेडल- शिवांगी सांगवान

एमटेक

बैच इंस्टीट्यूट मेडल-अंकिता कुमारी

बीटेक

सिलवर मेडल (सेकेंड रैंक-सीएसइ)-चार्मी आशीष मेहता

सेकेंड रैंक(इइइ)-सत्यम कुमार

बीटेक स्टूडेंट शील्ड-चार्मी आशीष मेहता

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समारोह में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष अरुण जैन ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने डिग्री पाने वाले छात्रों को शुभकामनाएं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

हिस

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