बुन्देलखण्ड : चारों लोकसभा सीटों पर क्‍या बन रहा समीकरण

वर्षों के सूखे से बुन्देलखण्ड निराश और उदास हो गया था, लेकिन अब वह एक नया चेहरा प्रकट कर रहा है...

बुन्देलखण्ड : चारों लोकसभा सीटों पर क्‍या बन रहा समीकरण

वर्षों के सूखे से बुन्देलखण्ड निराश और उदास हो गया था, लेकिन अब वह एक नया चेहरा प्रकट कर रहा है। चुनावी माहौल में धीरे-धीरे चढ़ रहे विचारों के बीच, लगभग तीन दशकों के बाद, बुन्देलखण्ड के सियासी नेताओं को खुलकर देखा जा रहा है। वे न केवल सांस्कृतिक पुनरुत्थान के पक्षधर हैं, बल्कि राजनीतिक शुचिता की भी मजबूती से बात कर रहे हैं। बुंदेलखंड की चार लोकसभा सीटों पर बन रहे सियासी माहौल को महसूस कराने वाली रिपोर्ट...

हमीरपुर के अम्बेडकर नगर चौराहे पर स्थित मशहूर चाय की दुकान में शाम को, शहर के हरिराम शर्मा और ज्ञानचद्र मित्रों के साथ चर्चा में जुटे थे। जब सियासत की हालत पूछी गई, एक व्यक्ति ने राज्यसभा चुनाव की क्रॉस वोटिंग पर अफसोस जताते हुए राजनीति में नैतिकता की कमी को उजागर किया। दूसरे ने कहा कि अब विरोध में कोई भी कुछ बोल देता है, पर गंगा में नहाकर (उनका इशारा भाजपा की ओर था) साथ जुड़ जाता है। सभी ने यह बात मुस्कुराते हुए स्वीकार की।

सियासी दलों के चरित्र पर चर्चा के बीच, राम मंदिर की बात आई, और सभी ने कहा जो विरोध में बोलेगा, वही हार जाएगा। आइएनडीआइए के मजबूती से लड़ने, बसपा का प्रभाव कम होने के बावजूद, विवेक ने कहा, "कुछ भी होगा तो... ही।" बाकी सभी ने इसमें कोई शक नहीं जताया।

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महाराजा छत्रसाल की धरती महोबा के आल्हा चौक पर संजू चाय वाले की दुकान पर चाय की चुस्कियों के बीच, शहर के गांधीनगर निवासी अभिषेक गुप्ता, पहरा के अंकुर और बजरंग चौक के संजय कुमार ने बातचीत की। सबने साझा किया कि आइएनडीआइए का कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सभी ने साझा किया कि इस बार प्रभु श्रीराम का ही नाम होगा।

चित्रकूट धाम में कर्वी बस अड्डे के पास राजू पटेल की चाय की दुकान पर चकौध के रामस्वरूप, चितरा गोकुलपुर के वीरेंद्र, कपसेठी के भोला प्रसाद, पहाड़ी के लल्लूराम और कर्वी के बलराम व राजाराम ने जिले के विकास के हाल पूछा। कुछ ने महंगाई की चिंता जताई, और कुछ ने कांग्रेस और भाजपा के शासन में पेट्रोल की कीमतों पर विचार किया, हालांकि सभी यह बात स्वीकार की कि महंगाई हर सरकार में बढ़ी है। सभी संतुष्ट थे कि मौजूदा सरकार में जातिवाद नहीं है।

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महर्षि बामदेव की नगरी बांदा में डीएम कालोनी निवासी पीयूष सेंगर ने बताया कि भाजपा और बसपा के बूते वोट कटवाएंगे, और वह बसपा को वोट कटवाने में तनिक भी हिचकिचाहट नहीं महसूस करेंगे। क्योटरा के रण विजय सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने की उम्मीद नहीं है, बल्कि राम के भक्त उसके रंगों को और भी गहरा करेंगे।

उरई के मच्छर चौराहा के सिंधी चाय स्टाल पर, कालपी रोड निवासी देवेंद्र त्रिपाठी और सुधीर पुरवार भी राजनीतिक चर्चा में शाम को शामिल हुए। जालौन और झांसी सीट पर क्या होने वाला है, यह उत्कंठा व्यक्त किया गया, और उन्होंने साझा किया कि गठबंधन को खास लाभ नहीं मिलेगा। उनकी मान्यता थी कि गठबंधन में कोई नेता नहीं है और जो हैं, वे एक-दूसरे को मानते नहीं। सभी ने साझा किया कि प्रभु राम में आस्था और ज्ञानवापी से जुड़ी भावना के रंगों से पुरानी तस्वीर ही फिर आएगी। कमोवेश यही विचार झांसी के मोंठ के एक दुकान पर जमा ग्रामीणों की टोली ने साझा किया।

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