चित्रकूट के बाल्मीकि आश्रम को लगेंगे विकास के पंख, मुख्यमंत्री योगी कल आएंगे

महर्षि बाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 30 अक्टूबर को चित्रकूट में स्थित उपेक्षित लालापुर के महर्षि वाल्मीकि आश्रम आएंगे..

चित्रकूट के बाल्मीकि आश्रम को लगेंगे विकास के पंख, मुख्यमंत्री योगी कल आएंगे

महर्षि बाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 30 अक्टूबर को चित्रकूट में स्थित उपेक्षित लालापुर के महर्षि वाल्मीकि आश्रम आएंगे यहां महर्षि बाल्मीकि पूजन के बाद पर्यटन और विकास के चल रहे कार्यों का अवलोकन करने के बाद जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

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मुख्यमंत्री श्री योगी शुक्रवार को सवेरे 11.45 पर बाल्मीकि आश्रम पहुंचेंगे और यहां करीब 3.10  बजे तक रहेंगे।उनका चित्रकूट कार्यक्रम तय हो जाने के बाद जिला प्रशासन कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में युद्ध स्तर पर जुट गया है।

लालापुर का महर्षि वाल्मीकि आश्रम

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट के प्रवेश द्वार के नाम से विख्यात झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग में जिले के बगरेही गांव के समीप स्थित लव-कुश की जन्मभूमि एवं रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की कर्मस्थली बाल्मीकि आश्रम केंद्र और प्रदेश सरकारों की उपेक्षा का शिकार है।

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रामायण की रचना कर भगवान श्रीराम के आदर्श और चरित्र की गौरवगाथा को जन-जन तक पहुंचाने वाले आदि कवि महर्षि बाल्मीकि ने इसी आश्रम में रहकर रामायण की रचना की थी। इसके अलावा इस आश्रम की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि अयोध्या लौटने के बाद जब भगवान श्रीराम ने माता सीता को अपने राज्य से निकाला था, तब उन्होंने इसी आश्रम में शरण ली थी।

इसी आश्रम में लव और कुश का जन्म हुआ। इसी आश्रम ने महर्षि वाल्मीकि की देख-रेख में राजकुमार लव और कुश की शिक्षा-दीक्षा हुई थी।

आश्रम के महंत भरत दास महाराज ने बताया कि आदि कवि एवं रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जी का लालापुर आश्रम भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट का प्रवेश द्वार है।

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देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक होने के बावजूद लम्बे अरसे से केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन की उपेक्षा का शिकार होने के कारण आज तक इस प्रमुख तीर्थ स्थल का अपेक्षित पर्यटन विकास नहीं हो सका।

अब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी सुध ली है। आशा है बहुत जल्दी आश्रम का विकास होगा।

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