बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में होगा विकसित, निर्माण कार्य ने पकड़ी रफ़्तार

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से लेकर औरैया और इटावा तक निर्माणाधीन बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को 2022 तक पूरा कराने के लिए युद्ध स्तर पर काम जारी है..

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में होगा विकसित, निर्माण कार्य ने पकड़ी रफ़्तार
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य

  • योगी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे

एक्सप्रेस-वे परियोजना के निर्माण के लिए निर्माण इकाइयां तेज गति से काम कर रही हैं अब तक परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 20.40 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है।परियोजना पूरी हो जाने पर यह एक औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में विकसित होगा।

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यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे परियोजना का क्लीयरिंग एंड ग्रबिंग का काय 92 प्रतिशत मिट्टी का कार्य 57 प्रतिशत एवं 889 संरचनाओं के संरचनाओं के सापेक्ष 239 संरचनाएं पूर्ण कर ली गई है।

Bundelkhand Expressway

परियोजना में 14 दीर्ध क्षेत्र बनाए जाने हैं इस में से 11 का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।परियोजना में चार आर ओ बी का निर्माण प्रस्तावित है। जिसके रेलवे विभाग से शीघ्र अनापत्ति प्राप्त कर निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जाएगा ।अनापत्ति प्राप्त करने की प्रक्रिया को तेजी से कराया जा रहा है ।

उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे झांसी इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 35 भरतकूप के पास जनपद चित्रकूट से प्रारंभ होकर आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर ग्राम कुदरेल के पास जनपद इटावा में समाप्त होगा।

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एक्सप्रेसवे की लंबाई 296 किलोमीटर होगी इस परियोजना से प्रदेश के पिछड़े जनपदों चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर जालौन एवं इटावा लाभान्वित होंगे एवं बुंदेलखंड क्षेत्र का विकास होगा।

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Bundelkhand Expressway | Construction Work

एक्सप्रेस-वे चार लेन चौड़ा 6 लेन में विस्तारणीय तथा संरचनाएं 6 लेन चैड़ाई की बनाई जाएंगी। उनका कहना है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से आच्छादित क्षेत्रों में विभिन्न उत्पादन इकाइयां, विकास केंद्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रो को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ेगा जिससे यह क्षेत्र एक औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में सहयोग करेगा। उनका यह भी मानना है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण से आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे एवं यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से त्वरित व सुगम यातायात के कॉरिडोर से जुड़ जाएगा।

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