झांसी, ग्वालियर को मिली वंदे भारत की सौगात, 2 अप्रैल से नियमित दौड़ेगी, यह है ट्रेन की खासियत

स्वदेशी तकनीक से बनी मध्य प्रदेश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का अब झांसी में भी ठहराव होगा...

झांसी, ग्वालियर को मिली वंदे भारत की सौगात, 2 अप्रैल से नियमित दौड़ेगी, यह है ट्रेन की खासियत
वंदे भारत एक्सप्रेस

झांसी स्वदेशी तकनीक से बनी मध्य प्रदेश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का अब झांसी में भी ठहराव होगा। शुक्रवार को रेल प्रशासन की ओर से इसकी घोषणा कर दी गई। शनिवार को इस गाड़ी का उद्घाटन होगा, जबकि रविवार से इसका नियमित रूप से संचालन शुरू कर दिया जाएगा। यह गाड़ी सप्ताह में छह दिन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली के बीच चलाई जाएगी। इस बीच यह गाड़ी झांसी, ग्वालियर और आगरा कैंट स्टेशन पर रुकेगी। भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को शनिवार दोपहर (एक अप्रैल) को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल से हरी झंडी दिखाएंगे भोपाल से दोपहर बाद 3.20 बजे ट्रेन रवाना होगी। 

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आखिरकार जिस दिन का इंतजार था वो दिन आज आ गया है। आज (शनिवार) शाम को मध्य प्रदेश की पहली वंदे भारत ट्रेन ग्वालियर आ रही है। जब इस ट्रेन को मध्य प्रदेश के भोपाल से नई दिल्ली तक चलाने का निर्णय लिया गया था तो इसका स्टॉपेज ग्वालियर और झांसी नहीं था।

दिल्ली से आगरा और रानी कमलापति (भोपाल) स्टेशन था। इसके बाद इसके स्टॉपेज ग्वालियर करने की मांग उठी थी। जिसके बाद दो दिन पहले ही ग्वालियर के साथ झांसी स्टॉपेज होने की घोषणा की गई है। शनिवार को जैसे ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे तो मध्य प्रदेश को उसकी पहली वंदे भारत ट्रेन मिलेगी। वंदे भारत ट्रेन में पहले दिन स्कूल के छात्र-छात्राएं को सफर कराया जाएगा। झांसी मंडल बीना से झांसी के बीच 600 बच्चों को सफर करा सकता है।

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सोमवार से गाड़ी संख्या 20171 वंदे भारत एक्सप्रेस भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से सुबह 5.40 बजे चलेगी। सुबह 8.46 बजे झांसी पहुंचेगी। दो मिनट के ठहराव के बाद यहां से आगे बढ़ जाएगी। गाड़ी का अगला ठहराव 9.48 बजे ग्वालियर और उसके बाद 11.23 बजे आगरा कैंट स्टेशन पर होगा। जबकि, दोपहर 1.10 बजे यह गाड़ी हजरत निजामुद्दीन पहुंचेगी। वहीं, हजरत निजामु्द्दीन से भोपाल के लिए इसका संचालन रविवार से शुरू कर दिया जाएगा। गाड़ी संख्या 20172 हजरत निजामुद्दीन से दोपहर 2.40 बजे चलेगी। शाम 4.20 बजे आगरा और 5.45 बजे ग्वालियर पहुंचेगी। जबकि, शाम 7.03 बजे यह झांसी आएगी। यह दो मिनट रुकने के बाद भोपाल के लिए प्रस्थान कर जाएगी।

उद्घाटन के अवसर पर आज जगह-जगह होगा ठहराव
झांसी। उद्घाटन के अवसर पर शनिवार को ट्रेन का भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन के बीच जगह-जगह ठहराव होगा। रानी कमलापति स्टेशन से यह गाड़ी शाम 3.30 बजे चलेगी। ललितपुर स्टेशन पर इसका 5.55 बजे आगमन होगा। यहां एक मिनट के ठहराव के बाद आगे बढ़ जाएगी। इसके बाद 6.28 बजे बबीना, 7.01 बजे झांसी स्टेशन पर आगमन होगा। यहां गाड़ी दो मिनट के लिए रुकेगी। इसके बाद दतिया शाम 7.20 बजे, ग्वालियर स्टेशन पर 8.03 बजे और मुरैना स्टेशन पर 8.29 बजे रुकेगी। रात 11.50 बजे गाड़ी नई दिल्ली पहुंचेगी।

पांच स्टेशनों पर है स्टॉपेज
ट्रेन के स्टापेज की जो प्रारंभिक सूचना जारी की गई है, उसमें पांच स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। बीना, वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन झांसी, ग्वालियर, आगरा कैंट, पलवल पर ठहराव दिया गया है। ट्रेन रानी कमलापति स्टेशन से शुरू होकर नई दिल्ली पर समाप्त होगी। इस ट्रेन का मेंटेनेंस भोपाल में किया जाएगा।

यह है ट्रेन की खासियत

-ट्रेन के गेट ऑटोमेटिक होंगे, जब ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी होगी, तब दरवाजे खुले रहेंगे।
-जब ट्रेन किसी स्टेशन पर ठहरेगी, तब भी दरवाजे स्वत: खुलेंगे। आपको परेशान होने की जरूरत नहीं होगी।
-कोच के अंदर भी एक से दूसरे कोच में जाने के लिए दरवाजे भी ऑटोमेटिक हैं
-शौचालय में अग्निशामक रखे हैं, जिनका उपयोग आग लगने की स्थिति में किया जा सकेगा।
-कोच में फोल्डिंग टेबल दी गई है, जिसका उपयोग यात्री अपनी सुविधा के अनुसार कर सकेंगे।
-कोच में दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष हैंडल लगाकर उन पर ब्रेल लिपि में बर्थ संख्या का उल्लेख किया है।
-एग्जीक्यूटिव क्लास की चेयरकार बर्थ, जिन्हें यात्री आसानी से 180 डिग्री एंगल टर्न कर सकेगा।
-हर गेट पर CCTV कैमरे लगे हैं, चढ़ने व उतरने वाले यात्री इनकी निगरानी में रहेंगे।
-ट्रेन में GPS आधारित सूचना सिस्टम, वैक्यूम आधारित शौचालय, LED TV भी है।

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इमरजेंसी में ऐसे खुलेंगे डोर

वंदे भारत ट्रेन के पूरी तरह रुकने की प्रतीक्षा करें। यदि को इमरजेंसी होती है तो लाल पैनल के कांच को तोड़ें और लाल हैंडल को तीर के निशान की ओर घुमाएं। दरवाजे में दिए हैंडल स्लाट का उपयोग करके दरवाजे को एक ओर खिसकाएं।

यात्री ऐसे कर सकेंगे लोको पायलट व सहायक लोको पायलट से बात

-प्रत्येक कोच के अंदर व प्रत्येक मुख्य गेट पर आपातकालीन टॉक बैक यूनिट है। उसमें पुश बटन है, जिसे तब तक दबाते रहें, जब तक की एलईडी की ब्लिकिंग बंद होकर लाल रंग में न बदल जाए।
-इसके बाद एलईडी का रंग हरा होने तक प्रतीक्षा करें, हरा रंग यह सूचित करता है कि ट्रेन आपरेटर व ड्राइवर आपसे बात करने के लिए तैयार हैं।
-माइक्रोफोन पर बात करें, ट्रेन आपरेटर-ड्राइवर द्वारा दी जाने वाली सलाह का पालन करें।
-पुश बटन को दोबारा न दबाएं। ऐसा करने से ट्रेन आपरेटर व ड्राइवर द्वारा काल काट दिया जाएगा।

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