चीन के साथ युद्ध में पीतांबरा देवी ने की थी भारत की रक्षा

दतिया मध्यप्रदेश में स्थित एक शहर है, यहां पर स्थित पीताम्बरा पीठ बहुत ही चर्चित और पूरे देश भर में सुप्रसिध्द भी है..

चीन के साथ युद्ध में पीतांबरा देवी ने की थी भारत की रक्षा
माँ पीतांबरा देवी

दतिया को मुख्यतः देवी बगुला मुखी मां के सिद्धपीठ जिसे पीताम्बरा पीठ कहते है। यहाँ माँ पीताम्बरा से जुड़ी एक और बात बहुत ही प्रसिद्ध है। चीन से हुए आक्रमण के दौरान पितांबरा देवी ने हीं भारत की रक्षा की थी। ऐसा माना जाता है कि पीताम्बरा देवी एक दिन में तीन बार अपना रुप बदलती हैं। यही एक और मुख्य कारण है जिससे पीताम्बरा देवी की महिमा और भी अधिक बढ़ जाती है।

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इस पीठ की स्थापना एक सिद्ध संत स्वामी महाराज ने सन् 1935 में की थीे पीताम्बरा पीठ के साथ एक ऐतिहासिक तथ्य भी जुड़ा है। जब सन् 1962 में चीन ने भारत पर आक्रमण कर दिया था। तब सोबियत संघ व मिश्र जैसे भारत के मित्र देशो ने भी सहयोग देने से मना कर दिया था। तब पीताम्बरा पीठ में यज्ञ किया गया था।

इस यज्ञ में प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू स्वयं थे। जब नौवें दिन यज्ञ में पुर्णाहुति दी जा रही थी तभी नेहरू जी को संदेश मिला था कि चीन ने आक्रमण रोक दिया है। यह घटना इतिहास के पन्नांे में दर्ज हो गई कि दतिया नेे भारत की तत्कालीन विषम परिस्थितियों में रक्षा की । आज भी मंदिर के प्रांगण में वह यज्ञशाला बनी हुई है।

Ma Peetambra Devi Peeth, Datia Madhya Pradesh

दतिया मध्यप्रदेश में स्थित एक शहर है। यहां पर स्थित पीताम्बरा पीठ बहुत ही चर्चित और पूरे देश भर में सुप्रसिध्द भी है। पीताम्बरा पीठ से जुड़ी कई सारी अलग अलग मान्यतायें लोगों में सुप्रसिद्ध हैं। यदि लोगों की मानें तो इसके विषय में ऐसी भी मान्यता है कि यहां कराये गए हवन से लोगों को अपने मुकदमों में विजय मिलकर ही रहती है। इस पीठ की प्रतिष्ठा इतनी अधिक है कि ऐसा आज तक किसी ने देखा ही नहीं कि  यहां कराया गया यज्ञ किसी भी हालत में निष्फल गया हो।

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देवी पीताम्बरा शत्रुओं का नाश करने वाली देवी हैं। राजसत्ता की चाह रखने वाले लोगों की भीड़ यहां पर सदैव ही देखी जा सकती है। अपने कष्टों का नाश करने के लिए भक्त यहां पर गुप्त रूप से पूजा अर्चना और यज्ञ करवाते हैं। ऐसा आज तक कभी हुआ ही नहीं कि किसी भी भक्त की प्रार्थना निष्फल गई हो। देवी पीताम्बरा निश्चित रूप से ही सबकी मुराद पूरी करती हैं।

पीताम्बरा पीठ पर राजनेता भी आते हैं मत्था टेकने

 यहाँ पर राजनेताओं और अभिनेताओं का तांता रहा है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस के नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अभिनेता संजय दत्त सहित कई दिग्गज नेताओं और अभिनेताओं ने देवी का दर्शन कर अपनी मनकोमनयें पूर्ण करवाई हैं।

नेहरू जी ने गुप्त रूप से यहाँ यज्ञ करवाया था

 ऐसा माना जाता है कि देवी की महिमा से हमारे देश को बड़ी बड़ी विपदाओं और संकटों से मुक्ति मिली है। जब भी हमारे देश के लिए ऐसी संकट की परिस्थिति बनी है, तब तब लोगों ने उस समय विपदा का नाश करने के लिए गुप्त रूप से यज्ञ करवाया है। ऐसा भी कहा जाता है कि १९६२ में हुए भारत और चीन के युद्ध के दौरान नेहरू जी ने गुप्त रूप से यहाँ यज्ञ करवाया था।

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इतिहास के पन्ने अगर पलटे जाएं तो इससे यह मालूम होता है कि इस पीठ की सिद्धि इसके स्थापक स्वामी जी महाराज की वजह से ही है। पहले यह भूमि एक शमशान हुआ करती थी, जिस पर देवी के मंदिर की स्थापना वर्ष १९३५ में स्वामी जी महाराज ने ही करवाई थी। स्वामी जी महाराज के विषय में यह भी कहा जाता है कि उन्होंने बचपन से ही सन्यास ग्रहण कर लिया था। यह पीठ स्वामी जी महाराज के कठोर तप और जप के कारण ही एक सिद्ध और चमत्कारी पीठ कहलाता है।

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