अतर्रा व रागौल, हमीरपुर सहित बदलेगा मंडल के 30 रेलवे स्टेशनों का नजारा

अमृत भारत योजना के तहत रेल प्रशासन झांसी मंडल के 30 रेलवे स्टेशनों को उच्चीकृत करेगा। इन स्टेशनों पर...

अतर्रा व रागौल, हमीरपुर सहित बदलेगा मंडल के 30 रेलवे स्टेशनों का नजारा

अमृत भारत योजना के तहत रेल प्रशासन झांसी मंडल के 30 रेलवे स्टेशनों को उच्चीकृत करेगा। इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इसके तहत झांसी व खजुराहो के स्टेशन को भी नया रूप दिया जाएगा। इसकी डिजाइन तैयार कराई जा रही है, जो अप्रैल तक बन जाएगी। इसके बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। यह जानकारी मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष ने दी।

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ऑफिस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए डीआरएम ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन स्कीम के पहले चरण में मंडल के पंद्रह स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। इनमें बांदा, मुरैना, महोबा, चित्रकूट, डबरा, दतिया, ललितपुर, उरई, पुखरायां, घाटमपुर, भिंड, हरपालपुर, टीकमगढ़, छतरपुर और ओरछा शामिल हैं। जबकि, दूसरे चरण में अतर्रा, बबीना, बेलाताल, भारुआ सुमेरपुर, कालपी, कुलपहाड़, मऊरानीपुर, निवाड़ी, रागौल, तालबेहट, एट, हमीरपुर रोड, कोंच व शनिचरा स्टेशन का जीर्णोद्धार होगा।

इन सभी स्टेशनों पर भविष्य की जरूरतों के अनुसार विकास कार्य कराए जाएंगे। सभी जगह यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी की जाएगी।यह भी एक हर्ष का विषय है की उत्तर मध्य रेलवे में स्टेशन पुनर्विकास के तहत झाँसी मंडल के ग्वालियर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य की शुरुवात हो गयी है ।

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स्टेशन उच्चीकरण हेतु सम्मिलित प्रमुख बदलाव इस प्रकार है

-सभी चयनित स्टेशनों के फसाड में सुधार 
-स्टेशन पर प्रवेश द्वार का चौडीकरण 
- उच्च स्तरीय प्रकाश व्यवस्था
-स्टेशन वेटिंग हॉल का विस्तार
-स्टेशन पर उपलब्ध अनुपयोगी स्थान को जोड़ते हुए एग्जीक्यूटिव लाउंज का विस्तार
-सर्कुलेटिंग एरिया के प्रत्येक तरफ साइनेज 
- अप्रोच सड़क का चौडीकरण 
-पैदल चलने वालों के लिए रास्ता, वाहन का प्रवेश/अस्तित्व, प्रकाश व्यवस्था के साथ पार्किंग क्षेत्र
-स्टेशनों की लैंड स्केपिंग, भूनिर्माण, हरे पैच और स्थानीय कला

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भविष्य की आवश्यकताओं अनुसार संभावित बदलाव

-स्टेशन की दूसरी एंट्री के लिए सिटी प्लानर के अनुसार दूसरी  एंट्री और सर्कुलेटिंग एरिया का विकास 
-पार्सल (चरणों में) वेटिंग हॉल, प्लेटफार्म, रिटायरिंग रूम, कार्यालयों में फर्नीचर  
-बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार दिव्यांगजन सुविधाएं
-एलईडी आधारित स्टेशन नाम बोर्ड तथा फसाड लाइटिंग
-महिलाओं, दिव्यांगजनों के लिए पर्याप्त शौचालय
-नई सुविधाओं के निर्माण के लिए भविष्य में नए भवन की आवश्यकता
-भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर रूफ प्लाजा 
-दूरसंचार विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार वाई-फाई का प्रावधान

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इस मौके पर मुख्य परियोजना प्रबंधक (गति शक्ति) डीपी गर्ग, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) आशुतोष चौरसिया, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शशिकांत त्रिपाठी व वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक संतोष कुमार मौजूद रहे।

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