बांदा : मंडलीय मास्टर ट्रेनर ने इस वजह से कहा- नाबालिग छात्राओं को स्कूटी में स्कूल आने से रोके

यातायात माह के अंतर्गत आज आर्य कन्या इंटर कॉलेज बांदा में सड़क सुरक्षा एवं यातायात जागरूकता कार्यक्रम...

बांदा : मंडलीय मास्टर ट्रेनर ने इस वजह से कहा- नाबालिग छात्राओं को स्कूटी में स्कूल आने से रोके

बांदा,
यातायात माह के अंतर्गत आज आर्य कन्या इंटर कॉलेज बांदा में सड़क सुरक्षा एवं यातायात जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यातायात प्रभारी अर्जुन सिंह ने पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में अनवरत किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों का हवाला देते हुए हेलमेट लगाकर दो पहिया वाहन चलाने पर बल दिया। शिक्षा विभाग से मंडलीय मास्टर ट्रेनर (सड़क सुरक्षा) डॉ. पीयूष मिश्र ने प्रधानाचार्या से अपील की कि कॉलेज परिसर में नाबालिग छात्राओं को स्कूटी में स्कूल आने से रोके।

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उन्होने शिक्षिकाओं से अपील की कि स्कूटी चलाते समय हेलमेट का अवश्य इस्तेमाल करें तथा अपने घर में भी सभी को प्रेरित करने का संकल्प लें। छात्राओं से झुंड में साइकिल चलाने से बचने की सलाह दी तथा नोडल छात्रा के रूप में कार्य करते हुए कम से कम पांच परिवारों को जागरूक करने का दायित्व सौंपा। ऐसी छात्राओं को जो दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद करके जान बचाएंगे। उन्हें यातायात माह के समापन अवसर पर सम्मानित करने का भी विश्वास दिलाया। यातायात उप निरीक्षक त्रिलोकी नाथ पांडे ने यातायात नियमों के विषय में विस्तार से छात्राओं एवं शिक्षिकाओं को बताया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य श्रीमती पूनम गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए छात्राओं से अपील की कि बताए गए बहुमूल्य जानकारी को जीवन में अमल में लाते हुए खुद प्रेरित हों तथा दूसरों को भी प्रेरित करें इस अवसर पर कॉलेज परिवार की सभी शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं। अंत में मंडलीय मास्टर ट्रेनर द्वारा सभी को सड़क सुरक्षा शपथ दिलाई गई।

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बताते चलें कि आजकल बच्चों में स्कूटी व बाइक लेकर स्कूल जाने का क्रेज बढ़ता जा रहा है। 12वीं तक की कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थी की उम्र बमुश्किल 16-17 वर्ष होती है। ऐसे में उनके पास न तो ड्राइविंग लाइसेंस होता है और न ही ठीक से वाहन चलाने की ट्रेनिंग होती है। यही वजह है कि वाहन चलाते समय बच्चे खुद हादसे का शिकार होते हैं या फिर राहगीरों को टक्कर मार कर जख्मी कर देते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए बांदा ट्रैफिक पुलिस ने अभिभावकों से नाबालिग बच्चों को दो पहिया वाहन चलाने के लिए न देने का आग्रह किया है। इसके लिए स्कूल कॉलेज से भी सहयोग मांगा है। स्कूल कॉलेज के संचालकों ने भी अभिभावकों से आग्रह किया है कि वह बच्चों को स्कूटी या बाइक चलाने को न दें। बावजूद इसके न तो बच्चे स्कूटी बाइक चलाने से मान रहे हैं और न ही पुलिस उन्हें रोक पा रही है।ऐसे में बुंदेलखंड न्यूज ने भी इस अभियान को चलाकर अभिभावकों को सचेत किया। वही स्कूल प्रबंधन से भी इस मुहिम को चलाने में मदद मांगी, जिससे उन्होंने अभिभावकों से अपील की, कि वह अपने बच्चों को स्कूटी या मोटरसाइकिल चलाने को न दें।

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