बुन्देलखण्ड

करवाचौथ से शुरू होगा बुंदेली महिलाओं का यह अनूठा पर्व

बुंदेली महिलाओं का लोक पर्व कार्तिक नहान मनवांछित फल पाने की लालसा से मनाया जाता है। कृष्ण भक्ति से सराबोर यह सांस्कृतिक ..

विदेशों में मोरिंगा की मांग बढ़ी, बुंदेली किसानों को सुनहरा...

धान गेहूं जैसी परंपरागत फसलों में बढ़ती लागत और कम आमदनी के चलते बुंदेलखंड में खेती से किसानों का  मोहभंग हो रहा है ऐसे में अगर कम...

करवाचौथ : छलनी से क्यों देखते है चांद और सजना का चेहरा

चांद देखने की परंपरा करवा चैथ के व्रत की कथा से जुड़ी हुई है कथा के अनुसार चार भाईयों ने अपनी बहन को स्नेहवश भोजन कराने के लिए छल से...

डाकू से रामायण के रचनाकार कैसे बने महर्षि वाल्मीकि

वाल्मीकि जी जब तप कर रहे थे तब दीमकों ने उन पर घर बना लिया था इसलिए उनका नाम वाल्मीकि पड़ गया। डाकू रत्नाकर से वह महर्षि बन गए और आगे...

ललितपुर में टीवी सीरियल सब झोलझाल है की शूटिंग हुई शुरू

बुन्देलखण्ड के रंगमंच ओर फिल्मिदुनिया से जुड़े कलाकारों द्वारा एक बार फिर अपना परचम लहराने की तैयारी में है...

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में होगा...

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से लेकर औरैया और इटावा तक निर्माणाधीन बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को 2022 तक पूरा कराने के लिए युद्ध स्तर पर काम...

विजयदशमी पर पान खिलाने की परम्परा खत्म

पान आधा रह गया, जलपान भी आधा रह गया। जाती रही इंसानियत इंसान भी आधा रह गया...

बांदा में 5 दिन होता है रावण वध, इस बार मिला जीवनदान !?

बांदा में दशहरा पर्व का विशेष महत्व है जहां समूचे देश में एक ही दिन दशहरा मनाया जाता है और उसी दिन रावण वध का मंचन, रावण और..

महामाई मन्दिर का करीब ढ़ाई सौ साल पहले हुआ था निर्माण 

शहर के दक्षिण भाग में स्थित महामाई मंदिर की वजह से ही इस मोहल्ले का नाम मढ़िया नाका पडा। कहा जाता है कि यहां मंदिर का निर्माण...

शरीर के अंगों में घुसी लोहे की बजनी सांग लेकर जब देवी भक्त...

नवरात्रि में भाव विभोर होकर देवी भक्त जब लोहे की बजनी सांग अपने शरीर के अंगों में चुभाकर ढोलक की थाप पर  नृत्य करता है तो उन्हें देखने...

बाँदा : कटरा में एक ऐसा मंदिर जहां रहता था सर्पों का वास

प्रसिद्ध सिंहवाहिनी मंदिर बहुत प्राचीन है। इस स्थान में नौ देवियों के रूप में स्थापित प्राचीन मूर्ति किसने और कब स्थपित की इसका इतिहास...

बाँदा : 43 साल पूर्व कोई नहीं जानता था मरही माता का दरबार

43 साल पहले जिस मरही माता मंदिर को शहर के लोग ही नहीं जानते थे, आज वही मंदिर भव्य रूप धारण कर चुका है..

मराठा शासक ने बनवाया था बाँदा में काली देवी मंदिर

शहर के बाबूलाल चैराहे के पास प्रसिद्ध काली देवी मन्दिर अलीगंज मुहल्ले में स्थित यह मंदिर काफी प्राचीन है..

चीन के साथ युद्ध में पीतांबरा देवी ने की थी भारत की रक्षा

दतिया मध्यप्रदेश में स्थित एक शहर है, यहां पर स्थित पीताम्बरा पीठ बहुत ही चर्चित और पूरे देश भर में सुप्रसिध्द भी है..

बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे : केन्द्र ने 77.278 हेक्टयर वन...

स्टेज-1 की सभी शर्तों के अनुसार वन भूमि के स्थान पर यूपीडा ने प्रदेश के वन विभाग को गैर वन भूमि उपलब्ध कराई है, जिस पर यूपीडा द्वारा...

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