कार्यशाला में विद्वानों ने अपने विचारों और अनुभवों को किया साझा

महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के आंतरिक मूल्यांकन गुणवत्ता समिति के तत्वावधान में संपन्न...

कार्यशाला में विद्वानों ने अपने विचारों और अनुभवों को किया साझा

नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की चुनौतियों और संभावनाओं पर हुआ विचार विमर्श

चित्रकूट(संवाददाता)। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के आंतरिक मूल्यांकन गुणवत्ता समिति के तत्वावधान में संपन्न दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन पर सहमति के साथ समापन हुआ। यह कार्यशाला रिमूबल ऑफ बैरियर्स इन इंप्लीमेंटेशन ऑफ एनईपी 2020 रू रिड्रेसल ऑफ प्रॉब्लम्स ऑफ्टर फीडबैक विषय पर केंद्रित रही। दो दिनों की विशिष्ट कार्यशाला में ग्रामोदय विश्वविद्यालय सहित देश के विद्वानों ने अपने विचारों और अनुभवों का आदान प्रदान किया। 

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समापन सत्र के मुख्य अतिथि प्रो. पीके बाजपेई कुलपति जयप्रकाश नारायण विश्वविद्यालय छपरा बिहार ने नई शिक्षा नीति में आ रही चुनौतियो के लिए सम्यक समाधान खोजने  तथा नई शिक्षा नीति को  देश के विश्वविद्यालयो में और भी प्रभावी बनाने के उपायों के क्रियान्वयन विषय पर सारगर्भित मार्गदर्शक व्याख्यान दिया। विशिष्ट अतिथि प्रो नरेश चंद्र गौतम पूर्व कुलपति ने प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सुझाव दिए। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने नई शिक्षा नीति को विवि में आत्मसात करने की व्यवहारिक कार्य योजना पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में प्रो अमरजीत सिंह, प्रो शशिकांत त्रिपाठी आदि ने सहभागिता की। प्रो डीपी राय ने आभार जताया।

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